बीजेपी की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने स्टाफ के बीमारी होने की जानकारी ट्वीट कर दी. (फाइल फोटो)
सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने ट्वीट किया है. प्रज्ञा ने बताया है कि उनके बंगले का पूरा स्टाफ कोरोना पॉजिटिव हो गया है. सांसद ने स्टाफ से अपील है कि वे कोरोना गाइडलाइन का पूरा पालन करें.
मेरे भोपाल आवास 74 बंगले पर सभी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं कुछ लोग हॉस्पिटल में है और कुछ आवास पर हीQuarantine हैं।मुझे आप सबकी चिंता है। मैं आपके लिए सदैव सेवा में तत्पर हूं। अनावश्यक घर से ना निकलें स्वस्थ रहें अपने, अपनों के लिए। मास्क लगाएं वेक्सीन लगवाएं सुरक्षित रहें।
— Sadhvi Pragya singh thakur (@SadhviPragya_MP) May 1, 2021
देश में ये है प्रदेश की हालतकोरोना संक्रमण (Corona virus) को लेकर मध्य प्रदेश में राहत भरी खबर सामने आई है. कोरोना संक्रमण के मामले में प्रदेश 13वें से 14वें स्थान पर खिसक गया है. प्रदेश में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की संख्या घटकर 90796 हो गई है. नए प्रकरणों की तुलना में रिकवरी बढ़ी है. बीते 24 घंटे में कोरोना के 12400 नए मरीज आए हैं जबकि 13 हजार 584 मरीज स्वस्थ हुए. वहीं प्रदेश की रिकवरी रेट 83 प्रतिशत हो गयी है. प्रदेश में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट में भी गिरावट दर्ज की जा रही है. प्रदेश की औसत पॉजिटिविटी रेट 21.1% हो गई है. 7 दिन का औसत पॉजिटिविटी रेट 22.4% है. देश का सात दिन का औसत पॉजिटिविटी रेट 21% है. कहां कितने केस ? इंदौर जिले में सबसे ज्यादा 1811 नए कोरोना प्रकरण सामने आए हैं. भोपाल में 1713, ग्वालियर में 980, जबलपुर में 771, रीवा में 345, उज्जैन में 322, रतलाम में 280, सागर में 257, शहडोल में 256 और धार में 249 नए कोरोना केस रिपोर्ट हुए हैं.
व्यवस्था का दावा कोरोना की भयावह स्थिति के बीच सरकार का दावा है कि प्रदेश को अब पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल रही है. 29 अप्रैल को प्रदेश को 556.2 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली, जबकि प्रदेश में 467 एमटी ऑक्सीजन की खपत हुई. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता से अपील करते हुए कहा कि जिन मरीजों के घर पर होम आइसोलेशन की जगह नहीं है, वे कोविड केयर सेंटर में जाएं. प्रदेश के सभी जिलों में कोविड केयर सेंटर चलाए जा रहे हैं. इनमें कुल 3889 बेड्स और 650 ऑक्सीजन बेड्स हैं. प्रदेश में कोरोना के इलाज के लिए सरकारी और निजी अस्पतालों में कुल 57741 बेड्स हैं, इनमें से फिलहाल 40000 बेड्स भरे हैं. कुल मरीजों में से 71% होम आइसोलेशन में और 29% अस्पतालों में हैं.