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होशंगाबाद38 मिनट पहले
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कमिश्नर काॅलोनी निवासी एनसीसी विभाग के क्लर्क अशोक कुमार सलोकी (55) काे इटारसी अस्पताल में इलाज के दौरान 25 अप्रैल को मौत हो गई। शनिवार को उनकी बेटी रुचि सलोकी ने कलेक्ट्रेट में आवेदन देकर अस्पताल स्टाफ पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
उनके पिता काे पवारखेड़ा काेविड सेंटर से इटारसी रैफर किया। अस्पताल में सही से इलाज नहीं मिला। रुचि ने बताया कि उन्होंने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय में शिकायत की है। ताकि अन्य लोगों को इस तरह की परेशानी से न गुजरना पड़े।
इटारसी श्याम प्रसाद मुखर्जी अस्पताल के अधीक्षक आरके चौधरी ने बताया अभी हमारे पास काेई अावेदन की प्रतिलिपी नहीं आई है। यह जिस परिवार का मामला है। उनका आवेदन आने के बाद जांच करेंगे। नोडल अधिकारी कोरोना डाॅ. अक्षय रघुवंशी ने बताया- अशोक सलोकी को रैफर किया था। रेफर करने से पहले अधीक्षक डॉ. आरके चौधरी से पूछा गया था।
समय पर नहीं दी दवा
रुचि के मुताबिक 21 अप्रैल को उनके पिता की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। उन्होंने पवारखेड़ा कोविड सेंटर में भर्ती कराया, यहां नर्सिंग स्टाफ ने ऑक्सीजन कम हाेने के कारण तुरंत अस्पताल में भर्ती कराने काे कहा। एंबुलेंस से इटारसी सरकारी अस्पताल रैफर कर दिया। वहां पहुंचने पर पता चला बेड ही खाली नहीं हैं।
इसके बाद बेंच पर लेटा कर उन्हें ऑक्सीजन दी गई। अगले दिन दोपहर तक उन्हें बेंच पर लेटाकर रखा गया। बेड खाली होने पर वार्ड में भर्ती कराया गया। उनका शुगर लेवल और बीपी हाई होता रहा। समय पर दवा नहीं दी गई। उन्हें पहले से कैंसर था और कीमोथैरेपी भी चल रही थी।