बीजेपी के नए नेता राहुल सिंह लोधी ने विस पद से इस्तीफा देकर सुर्खियां बटोरी थीं. (फाइल)
दमोह उपचुनाव: बीजेपी के प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी अचानक चर्चा में आ गए थे. क्योंकि उन्होंने कांग्रेस से अचानक इस्तीफा दे दिया था. जब वे जीते थे तब उन्होंने कमलनाथ का साथ नहीं छोड़ने की बात कही थी.
राहुल सिंह लोधी बड़ामलहरा से भाजपा विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी के चचेरे भाई हैं. प्रद्युम्न भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. तब राहुल ने कहा था कि कांग्रेस ने ही उन्हें राजनीतिक रूप से सक्षम बनाया है. इसलिए वह हमेशा कांग्रेस के साथ रहेंगे. परिस्थितियां कैसी भी आ जाएं, वह कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ेंगे. कांग्रेस छोड़ने की यह थी वजह विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल होने पर राहुल सिंह ने स्पष्टीकरण भी दिया था. उन्होंने कहा था कि क्षेत्र के विकास और दमोह में मेडिकल कॉलेज लाने के लिए कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ली है. कांग्रेस सरकार के 15 महीने के कार्यकाल में उन्होंने अनेक बार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मेडिकल कॉलेज के लिए आग्रह किया था. क्योंकि, उन्होंने जनता से दमोह में मेडिकल कॉलेज खुलवाने का वादा किया था. कमलनाथ ने उनकी बात को कई बार नजरअंदाज किया, जिसे लेकर वह जनता के सामने खुद को छला हुआ महसूस कर रहे थे. इसके अलावा क्षेत्र के सभी विकास कार्य भी रुक गए थे. उन्होंने यह भी कहा था कि क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से चर्चा की और उनसे दमोह में मेडिकल कॉलेज लाने और दमोह को विशेष जिले का दर्जा देने की मांग रखी थी, जिसे शिवराज सिंह ने स्वीकार कर लिया.