IPL 2021: स्टीव स्मिथ पिछले सीजन में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान थे. (Steve smith Twitter)
नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर (Mark Taylor) इस बात को लेकर आश्चर्यचकित हैं कि कोरोना वायरस (Covid-19) महामारी के बाद भी उनके देश के काफी खिलाड़ी में आईपीएल 2021 (IPL 2021) के लिए भारत में रूके हुए हैं. खासकर छोटी रकम का करार पाने वाले स्टीव स्मिथ (Steve smith). ऑस्ट्रेलिया के तीन खिलाड़ी भारत में कोविड-19 मामले के बढ़ने के बाद स्वदेश लौट गए हैं, लेकिन उनके 14 खिलाड़ियों के अलावा कुछ कोच और कमेंटेटर आईपीएल का हिस्सा बने हुए हैं. मार्क टेलर ने चैनल 9 पर एक चर्चा के दौरान कहा, ‘मैं थोड़ा आश्चर्यचकित हूं कि वहां अब भी कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी रूके हुए हैं. अगर आप पैट कमिंस है तो छह सप्ताह के लिए क्रिकेट छोड़ना काफी मुश्किल है.’ उन्होंने कहा, ‘स्टीव स्मिथ का मामला दिलचस्प है, क्योंकि उनका अनुबंध लगभग 350,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (दिल्ली कैपिटल्स के साथ 2.2 करोड़ रुपए) का है. स्मिथ जैसे खिलाड़ी के लिए यह उतना बड़ा अनुबंध नहीं है, जितना कि शायद होना चाहिए था. मैं हैरान था कि उसने वहां जाने का फैसला किया.’
क्रिस लिन ने चार्टर्ड प्लेन का आइडिया दिया मार्क टेलर ने मुंबई इंडियंस के साथ जुड़े एक अन्य खिलाड़ी क्रिस लिन के सुझाव को बेतुका करार दिया. लिन ने कहा था कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को टूर्नामेंट के अंत में खिलाड़ियों को वापस लाने के लिए एक चार्टर्ड उड़ान की व्यवस्था करनी चाहिए. लिन ने कहा था कि चूंकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अपने खिलाड़ियों की आईपीएल कमाई का कुछ प्रतिशत लेता है, इसलिए उन्हें वापस लाने की दिशा में काम करना चाहिए. टेलर ने इस टिप्पणी को बेतुका करार दिया.
यह भी पढ़ें: IPL 2021: टीम इंडिया के पूर्व चयनकर्ता सबा करीम अब दिल्ली कैपिटल्स के लिए खिलाड़ी खोजेंगे टूर्नामेंट खत्म होने के बाद क्या होगा उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि लिन की प्रतिक्रिया ‘बेतुका’ है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ियों के अनुबंध का 10 प्रतिशत लेता है. ऐसा इसलिए है, क्योंकि उसने कोचिंग और अन्य माध्यमों में खिलाड़ियों को उस लायक बनाया है.’ एंड्रयू टाय, एडम जंपा और केन रिचर्डसन कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण स्वदेश लौट गए, लेकिन टेलर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के ज्यादातर खिलाड़ी और कोच इस समय सहज महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘कई खिलाड़ियों ने कहा है कि वे बबल में सहज हैं, लेकिन जब टूर्नामेंट खत्म होगा तब क्या होगा. मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी और कोच उम्मीद कर रहे होंगे कि टूर्नामेंट खत्म होते ही वे जल्दी घर पहुंचेंगे.’