रेलवे स्टेशन पर नहीं हो रही थर्मल स्क्रीनिंग: बसें बंद करने से क्या होगा, स्टेशन से बेधड़क शहर में घुस रहे संक्रमित लोग, पूरे शहर में फैला रहे कोरोना

रेलवे स्टेशन पर नहीं हो रही थर्मल स्क्रीनिंग: बसें बंद करने से क्या होगा, स्टेशन से बेधड़क शहर में घुस रहे संक्रमित लोग, पूरे शहर में फैला रहे कोरोना


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मुरैना4 मिनट पहले

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स्टेशन का माल गोदाम वाला गेट ज�

  • रेलवे स्टेशन पर गायब रहता स्टॉफ, खाली पड़ी कुर्सियां दे रही गवाही
  • माल गोदाम वाले गेट पर नहीं कोई रोक-टोक, बेधड़क आ जा रहे लोग

मुरैना। शहर में कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सीमाएं सील कर दी गई हैं। बसों व अन्य वाहनों का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया है, लेकिन उसके बावजूद संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। संक्रमण रुकेगा भी तो कैसे, रेलवे स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग की कोई व्यवस्था नहीं है। बाहर से आने वाले यात्री बेधड़क शहर में आ रहे हैं। यह तो बात हुई रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार की जहां थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था होनी चाहिए। अब दूसरी बात यह है कि, रेलवे स्टेशन का एक दूसरा बड़ा गेट है, जो मालगोदाम वाला है। यह पूरी तरह से खुला गेट हैं जिसमें से बड़े वाहन निकलते रहते हैं। खास, बात यह है कि इसी गेट से अधिकांश यात्री आते व जाते हैं। यहां तक कि स्टेशन के आस-पास रहने वाले लोग भी सुबह-शाम इसी गेट से अन्दर आते हैं और प्लेटफार्म पर घूमकर हवा खोरी करते हैं।

रेलवे स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग करने वालों की खाली पड़ी कुर्सिंयां

रेलवे स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग करने वालों की खाली पड़ी कुर्सिंयां

मालगोदाम वाले गेट पर नहीं रोक-टोक
रेलवे स्टेशन के माल-गोदाम वाले गेट पर कोई रोक-टोक नहीं है। लोगों का दिन भर उधर से आना-जाना रहता है। इस समय बिना रिर्जवेशन के ट्रेन में सफर करना वर्जित है, इसलिए जो लोग डेली अपडाउन करते हैं या फिर दूसरे शहरों से बिना टिकट आ रहे हैं, वे स्टेशन के प्रवेश द्वार से न होकर माल गोदाम वाले गेट से ही निकल रहे हैं।

स्टेशन का मुख्य प्रवेश द्वार

स्टेशन का मुख्य प्रवेश द्वार

शहर में भी नहीं रोक-टोक
जो यात्री रेलवे स्टेशन से शहर के अन्दर आ रहे हैं, उनकी शहर के अन्दर भी कोई रोक-टोक नहीं होती है। पुलिस वाले जानते हैं कि, ये यात्री हैं और रेलवे स्टेशन से आ रहे हैं। इसलिए वह भी उन्हें रोकते-टोकते नहीं है।
प्लेटफार्म पर भी नहीं होती रोक-टोक
जब ट्रेन स्टेशन पर आती है, तो उसमें से जब यात्री उतरते हैं तो उनकी चेकिंग प्लेटफार्म पर होनी चाहिए, लेकिन ऐसा भी नहीं है। यात्री सीधे पुल के रास्ते या फिर रेलवे ट्रेक को पार करके निकल आता है और माल गोदाम वाले गेट से शहर के अन्दर प्रवेश हो जाता है। इसके बाद शहर के अन्दर भी कोई पूछताछ नहीं होती है, और वह सीधे अपने गंतव्य पर पहुंच जाता है। इस प्रकार संक्रमित व्यक्ति और लोगों को भी संक्रमित कर रहे है।

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