- Hindi News
- Local
- Mp
- Indore
- Minister Silavat Said Start A Kovid Care Center By Forming Clusters In Villages, Build Assistance Centers In The City On The Lines Of Bhopal
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
इंदौर20 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
बैठक में सांसद शंकर लालवानी, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा आईजी हरिनारायण चारी मिश्र, कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी मनीष कपूरिया, आयुक्त नगर निगम प्रतिभा पाल उपस्थित थे।
- मंत्री सिलावट ने की अधिकारियों के साथ बैठक में कोरोना की स्थिति की समीक्षा
इंदौर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने रेसीडेंसी कोठी में अधिकारियों के साथ बैठक कर कोरोना की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि गांवों में क्लस्टर बनाकर कोविड केयर सेंटर शुरू करें। उन्होंने कहा शहरी क्षेत्र में भोपाल की तर्ज कोरोना सहायता केन्द्र बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि उक्त सहायता केन्द्र पर मरीजों को कोरोना से संबंधित सभी आवश्यक जानकारियां, मेडिकल किट, दवाइयां एवं आवश्यक चिकित्सा परामर्श मिल सके, जिससे अस्पतालों में अनावश्यक दबाव न बढ़े, इसकी पर्याप्त व्यवस्था की जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत, स्कूल भवन, सामुदायिक भवनों में 10 बेड से बढ़ाकर 20 से 30 बेड का आइसोलेशन तैयार करने के निर्देश भी उन्होंने दिए।
बैठक में मंत्री सिलावट ने ग्रामीण अंचल में कोरोना को रोकने और इलाज के लिए प्रभावी उपाय करने को कहा। उन्होंने कहा कि कुछ गांवों के बीच एक क्लस्टर बनाया जाए और वहां कोविड केयर सेंटर भी स्थापित किए जाएं। कुछ दिन पहले उन्होंने नेहरू हाॅस्पिटल के नीचे के फ़्लोर को बच्चों के लिए कोविड हाॅस्पिटल के रूप में तैयार करने के निर्देश दिए थे। समीक्षा के दौरान अधिकारियांे ने बताया कि हाॅस्पिटल में कोविड बेड तैयार कर लिए गए हैं। बैठक में उन्होंने होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के घर के बाहर चिन्हांकन के निर्देश भी दिए, ताकि संक्रमण को लेकर जागरूकता बनी रहे। कलेक्टर ने बताया कि ऐसे घरों में हरे रंग के पोस्टर लगाने के निर्देश दिए गए हैं, उन्होंने बताया कि अब तक 184 माइक्रो कंटेंनमेंट जोन बनाए गए हैं। जनता कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर भी कार्रवाई की जा रही है और धारा-151 के तहत सौ लोगों पर कार्यवाही की गई है।
फीवर क्लीनिकों पर मरीजों का सही इलाज हो, सही दवाई मिले मंत्री ने जिले में संचालित 47 फीवर क्लीनिकों पर चल रहे इलाज और मरीजों को दी जाने वाली दवाइंयां एवं टेस्टिंग रिपोर्ट की समीक्षा की। उन्होंने मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत आयुक्त नगर निगम, अनुविभागीय अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि वह शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सर्दी, खांसी एवं बुखार के मरीजों को ट्रेस कर उन्हें दवाइयां एवं आवश्यक उपचार जल्द उपलब्ध करवाएं। शहरी क्षेत्र में नगर निगम की टीम और ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ता / आंगनवाड़ी कार्यकर्ता/स्वास्थ्यकर्मी/ स्व सहायता समूह की सहायता लें।
उन्हांेने सीएचसी एवं पीएचसी का स्टेट्स अनुसार वहां स्वास्थ्यकर्मी/ चिकित्सक वर्तमान में जो कार्य कर रहे हैं, उनकी ड्यूटी ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित कोविड केयर सेंटर में लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्रों में सर्वे कर सामान्य लक्षण पाए पर तत्काल फीवर क्लीनिकों पर आरआरटी और आरटीपीसीआर टेस्टिंग करवाएं। रिपोर्ट 24 घंटे में मिल जाए, इसकी भी व्यवस्था करें। ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे के आधार पर मेडिकल किट एवं काढ़ा को गांव-गांव में बंटवाने के लिए निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में “मेरा गांव कोरोना मुक्त” अभियान चलाया जाए। इसमें पंचायत सचिव / आशा कार्यकर्ता / आंगनवाडी कार्यकर्ता / स्वास्थ्य कर्मी / स्व सहायता समूह की सहायता लें। मानीटरिंग के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त करें, जो पूरी रिपोर्ट मुख्य पालन अधिकारी जिला पंचायत को देंगे। बैठक में सांसद शंकर लालवानी, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा आईजी हरिनारायण चारी मिश्र, कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी मनीष कपूरिया, आयुक्त नगर निगम प्रतिभा पाल उपस्थित थे।