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- After Spending Crores, Radha Swami Made It So Much That He Could Build An Oxygen Plant With This Grant, He Went Home To Ujjad And You Are Just Meeting.
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इंदौरएक मिनट पहले
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कलेक्टर समझते है कि उन्हें ही काम आता है। हमने भी मेहनत कर पढ़ाई की है, तभी तो नौकरी लगी है। कलेक्टर ऑफिस बंद है और लोग परेशान हो रहे हैं। लोगों के परिवार उजड़ गए और आप सिर्फ दो-दो घंटे मीटिंग में समय खराब कर रहे है। राधा स्वामी आश्रम पर ही फोकस किया जा रहा है, जबकि ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा सकता था।
यह बातें इंदौर की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पूर्णिमा गाडरिया ने कही। कलेक्टर मनीष सिंह के रवैये से आहत होकर उन्होंने हाल ही में इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर मनीष सिंह लगातार रोजाना काम के लिए दबाव बना रहे थे। राधा स्वामी सत्संग आश्रम में अस्थाई नर्सों की नियुक्ति के लिए रोजाना दबाव बना रहे हैं। जिला प्रशासन के अधिकारी कमरों में बैठकर केवल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को ऑर्डर दे रहे हैं। जिला प्रशासन का काम ऑक्सीजन की व्यवस्था करना और जब मौतें हो रही है, उन पर किस तरह से नियंत्रण किया जाए यह काम है। लेकिन कलेक्टर हमेशा स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराते हैं।
गाडरिया ने कहा कि अपनी असफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग को टारगेट बना रहे। बातों ही बातों में स्वास्थ्य अधिकारी ने यह भी कह दिया कि जिला प्रशासन मौत के आंकड़े छुपा रहा। डॉक्टर गाडरिया ने इस बात को भी कबूला है कि स्वास्थ्य विभाग के पास स्टाफ की कमी है और लंबे समय से विभाग उस से जूझ रहा है लेकिन उसके बाद भी ध्यान नहीं दिया है। आप सामूहिक रूप से सभी को डांटते हो वह गलत बात है। स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से काम कर रहा है।
स्वास्थ्य अधिकारी ने यह बात भी कहा कि पूरा विभाग यदि मेरे साथ खड़ा हो गया तो आप क्या कर लेंगे। कलेक्टर ऑफिस लंबे समय से बंद है। लोग परेशान हो रहे हैं। इंजेक्शन की सप्लाई नहीं हो रही है और जिला प्रशासन कहीं न कहीं मौत के आंकड़े छुपा रहा है। यह लापरवाही नहीं तो फिर क्या है। शहर में अस्पतालों के अंदर कई तरह की विकट स्थिति भी है। कई पीड़ित स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को फोन लगाकर परेशानी बताते हैं लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारी अपने फोन बंद कर कर घरों में बैठे हुए रहते हैं।
कलेक्टर चाहते हैं कि स्वास्थ्य विभाग उनके हाथों की कठपुतली बन कर रहे और उनके इशारों पर नाचे लेकिन जो नौकरी हमें लगी है हमने भी इसके लिए मेहनत कर और पढ़ाई की है। कलेक्टर सिर्फ यह समझते कि उन्हें ही काम आता है।
राधा स्वामी पर ही लूटा रहे रुपए
स्वास्थ्य अधिकारी ने एक और खुलासा करते यह भी कहा कि जहां लोग मर रहे हैं वहां पर अपना फोकस करना चाहिए। करोड़ों रुपए खर्चा करके राधा स्वामी सत्संग को बनाया है। 4.50 करोड़ की फाइल अभी भी राधा स्वामी सत्संग की पास होना बाकी है। मीडिया को अंदर जाने की अनुमति क्यों नहीं है लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारी केवल राधा स्वामी सत्संग पर फोकस कर रहे हैं। गाडरिया ने यह भी कहा कि अनुदान ही मांगना है तो आप अस्पताल और ऑक्सीजन प्लांट के लिए अनुदान मांग सकते हो लेकिन केवल राधा स्वामी सत्संग पर ही पूरा जिला प्रशासन अपना रुपए लूट आ रहा है।