- Hindi News
- Local
- Mp
- Bhopal
- President Of Junior Doctors Association Said If We Do Not Agree To Our Demands, We Will Be Forced To Do Duty In Kovid Ward From Thursday Also.
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
भोपाल40 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
हमीदिया अस्पताल में जूडा ने अप
हमीदिया अस्पताल में जूनियर डॉक्टर (जूडा) एसोसिएशन ने बुधवार को नॉन कोविड सेवाओं का बहिष्कार कर हड़ताल पर चले गए। साथ ही जूडा ने मांगों पर कार्रवाई नहीं होने पर गुरुवार से कोविड वार्ड में ड्यूूटी ना करने पर मजबूर होने की भी चेतावनी दी हैं। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के मध्य प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. अरविंद मीणा ने कहा कि हम कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मौजूदा समय में हड़ताल नहीं करना चाहते। लेकिन 6 महीने से लगातार शांतिपूर्वक बातचीत के बावजूद आश्वासन देकर सरकार हमारी मांगो पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। मीणा ने कहा कि प्रदेश भर के जूनियर डॉक्टर नॉन कोविड सेवाओं का बहिष्कार करेंगे। जिसमें ओपीडी, आईपीडी, और इमरजेंसी में अपनी सेवा बंद रखेंगे। वहीं, जूडा भोपाल के अध्यक्ष डॉ हरीश पाठक ने कहा कि 7 मई सुबह 8 बजे तक हमारी मांगे नहीं मानी जाती है तो कोरोना सेवा का भी बहिष्कार किया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रबंधन और सरकार की होगी। जूडा ने हाल ही में 8 अप्रैल से 12 अप्रैल तक सांकेतिक हड़ताल की थी, जिसे चिकित्सा शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद खत्म किया था। हालांकि बुधवार को जूड़ा के नॉन कोविड मरीज की इमरजेंसी सेवा में ड्यूटी नहीं करने से ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा। इसका कारण इमरजेंसी सेवा में कम मरीजों का आना और पर्याप्त संख्या में सीनियर रेजिडेंट और कंसल्टेंट के तैनात होना है।
यह है जूनियर डॉक्टरों की मांग
- पिछले साल मुख्यमंत्री ने कोरोना वारियर को 10 हजार रुपए प्रतिमाह सम्मान निधि देने का वादा किया था, एक साल बाद भी कोरोना वारियर को राशि नहीं मिली।
- सरकार ने 2018 में वादा किया था कि प्रति वर्ष जूनियर डॉक्टरों के मानदेय में 6 प्रतिशत की वृद्धि होगी, लेकिन कुछ नहीं किया गया। जबकि महंगाई बढ़ने के साथ ही पीजी स्टूडेंट् की फीस को 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख कर दिया गया।
- स्पेशलिटी करने आए कोरोना वॉरियर अपनी पढ़ाई छोड़ कर मरीजों का इलाज करने में जुटे हुए है। एक वर्ष से ना तो कुछ सीख-पढ़ पा रहे ना ही रिसर्च कर पा रहे। उनकी सरकार पूरी फीस माफ करें।
- कोरोना मरीजों के इलाज में सेवा देने वाले जूनियर डॉक्टरों की सेवा को सरकार बॉन्ड के तहत गांव में एक साल की सेवा देने के बराबर माने।
- कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हमीदिया के कोरोना वारियर के लिए हमीदिया में अलग से 50 बेड आरक्षित किए जाए और दवा और अन्य सुविधा का इंतजाम किया जाए। ताकि उनको इलाज भटकना ना पड़े।
- हर स्थानीय क्षेत्र में कोविड प्राथमिक केन्द्र बनाए जाए व कोविड हेल्पलाइन चलाई जाए। जिससे मरीजों को जल्द से जल्द पता चल सके कि उन्हें होम आइसोलेशन की जरूरत है या अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत है। पोस्ट कोविड केयर के लिए भी कदम उठाए जाएं।
- मरीजों को हैंड बैंड उपलब्ध कराए ताकि जीवित व मृत शरीर की पहचान सुनिश्चित हो सकें।
- सुरक्षा की दृष्टि से सभी चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पतालों में पुलिस की तैनाती की जाए।