सावधान : कोरेाना की सेकेंड वेव में सबसे ज्यादा युवाओं को खतरा, डरा रहा है ये आंकड़ा…

सावधान : कोरेाना की सेकेंड वेव में सबसे ज्यादा युवाओं को खतरा, डरा रहा है ये आंकड़ा…


कमांड सेंटर ने अपने डाटा कलेक्शन में नए सिरे से 20270 संक्रमित जुटाए हैं

8 वर्ष तक के 1210 पॉजिटिव सामने आए. 19 से 35 आयु वर्ग के संक्रमितों की संख्या 7420 यानी 37 प्रतिशत रही. इसके अलावा 36 से 60 वर्ष की उम्र वालों में 8 हजार पॉजिटिव निकले.

जबलपुर. मध्य प्रदेश (MP) में कोरोना का कहर जारी है. इस बीच पिछले एक माह के जो आंकड़े सामने आए हैं वो और भी भयावह हालत को बयां कर रहे हैं. आंकड़े बता रहे हैं कि कोरोना की इस दूसरी लहर में सबसे ज़्यादा युवा (Youth) चपेट में आ रहे हैं. हालत ये है कि हर 100 में से 37 युवा कोरोना संक्रमित हैं. अभी तक यही माना ना रहा था कि कोरोना वायरस केवल उन लोगों को अपनी चपेट में लेता है जो या तो बुजुर्ग हैं या फिर कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले हैं. लेकिन कोरोना की इस दूसरी और पहले से ज़्यादा घातक लहर ने पुराने कयासों को झुठला दिया है. इस बार इसकी चपेट में युवा ज्यादा हैं. 16 फीसदी बुज़ुर्ग, 35 फीसदी युवा जबलपुर में पिछले एक माह का जो डाटा सामने आया है उससे ये धारण भी खत्म हो जाती हैं क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर ने बुजुर्गों से ज्यादा युवाओं को अपनी गिरफ्त में लिया है. इसकी वजह जो भी रही हो लेकिन पॉजिटिविटी का ट्रेंड यही कह रहा है कि पिछले एक महीने में आए नए संक्रमितों में 16 फीसदी बुजुर्ग रहे, जबकि नई उम्र के मरीजों का आंकड़ा 35 प्रतिशत तक जा पहुंचा. कोविड-19 की सेकैंड वेव इसलिए भी ज्यादा खतरनाक मानी गई क्योंकि इसके म्यूटेड वायरस ने अच्छी खासी इम्युनिटी रखने वालों का भी अपनी चपेट में लिया है.बुज़ुर्ग सबसे कम संक्रमित कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर जबलपुर ने अप्रैल के महीने में जो आंकड़े जुटाए उसमें तकरीबन 20,000 नए संक्रमितों पर अध्ययन किया गया. इससे यह पहलू निकलकर आया है कि कोरोना वायरस इस बार बुजुर्गों से ज्यादा युवाओं के लिए खतरनाक साबित हुआ है. शुरुआती दौर से ही कहा जाता रहा है कि बच्चों का इम्युन सिस्टम ज्यादा स्ट्रॉन्ग होता है. हाल के आँकड़े भी यही कहते हैं. 45 से कम सबसे ज़्यादा संक्रमित
दूसरी लहर के ट्रेंड से पता चलता है कि 18 वर्ष से कम उम्र वाले सिर्फ 6 प्रतिशत बच्चे-किशोर ही पॉजिटिव हुए. इससे यह भी सामने आया कि टीन एजर्स की एम्युनिटी भी यंगस्टर्स से बेहतर होती है. कमांड सेंटर ने अपने डाटा कलेक्शन में नए सिरे से 20270 संक्रमित जुटाए हैं. इसमें 18 वर्ष तक के 1210 पॉजिटिव सामने आए. 19 से 35 आयु वर्ग के संक्रमितों की संख्या 7420 यानी 37 प्रतिशत रही. इसके अलावा 36 से 60 वर्ष की उम्र वालों में 8 हजार पॉजिटिव निकले. इसमें भी 45 से कम उम्र वालों की ही संख्या ज्यादा रही. 60 से अधिक उम्र वाले संक्रमितों की संख्या सबसे कम 3,640 याने 18 प्रतिशत रही.

अपनों से मिला संक्रमण जानकारों के मुताबिक दूसरी लहर के तकरीबन 4 हजार पॉजिटिव केस ऐसे रहे जो अपने किसी खास जो पहले से संक्रमित थे और परिजन के सीधे संपर्क में आए बाकी का ब्यौरा हासिल नहीं हो पाया है कि उन्हें संक्रमण कहां और किस लापरवाही से मिला.









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