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जबलपुर19 मिनट पहले
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कोरोना मरीजों के इलाज के लिये शासन द्वारा जो दरें तय की गई हैं उससे ज्यादा पैसा वसूले जाने की शिकायतें मिल रही थीं। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने शिकायतों की जाँच के लिये जिला स्तरीय समिति का गठन कर दिया है। ऐसी शिकायतों पर टीम ने पहुँचकर एक आवेदक के 1 लाख रुपये से ज्यादा कम कराए तो एक आवेदक काे मृत्यु प्रमाण पत्र भी दिलवाया।
जिला स्तरीय जाँच समिति के अध्यक्ष संयुक्त कलेक्टर शाहिद खान ने बताया कि एक शिकायत आशीष कुमार सिंह की थी। जिसमें बताया कि राइट टाउन स्थित लाइफ केयर आईसीयू पीजी हॉस्पिटल में उनकी माँ का 11 दिन उपचार चला। अस्पताल द्वारा 3 लाख 88 हजार 298 रुपये का बिल दिया गया। टीम ने जाँच के बाद अस्पताल प्रबंधन से चर्चा की और कुल बिल में से 1 लाख 10 हजार 900 रुपये कम कराये।
इसी तरह दूसरी शिकायत में आवेदक अनिल समैया ने बताया उनके परिजन मार्बल सिटी अस्पताल में भर्ती थे। कोरोना के उपचार के दौरान परिजन की मौत हो गई थी और अस्पताल प्रबंधन द्वारा बकाया बिल की राशि नहीं चुकाने पर मृत्यु प्रमाण-पत्र एवं अन्य दस्तावेज रोक लिये गये हैं। जाँच के बाद अस्पताल प्रबंधन को बकाया राशि लगभग 1 लाख रुपये छोड़ने के निर्देश दिये। अस्पताल प्रबंधन ने मृत्यु का प्रमाण-पत्र एवं दस्तावेज भी सौंप दिया।