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- Instead Of Taking Action, The Collector, Who Asked For An Inquiry Report In 24 Hours, Got The Red Cross From The Accused Hospital Operator
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जबलपुर5 मिनट पहले
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गैलेक्सी अस्पताल में पांच मौतों पर डाल दिया पर्दा।
23 अप्रैल की देर रात उखरी स्थित गैलेक्सी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन समाप्त हो गया और देखते ही देखते पांच कोरोना संक्रमित मरीज तड़प-तड़प कर दम तोड़ गए थे। ये तो रही पुरानी घटना। नई खबर ये है कि 24 घंटे में अस्पताल के मामले की जांच रिपोर्ट मांगने वाले कलेक्टर द्वारा संचालित रेडक्रास ने उसी अस्पताल संचालक से 25 लाख रुपए दान में ले लिए। एक तरह से यह अस्पताल को क्लीनचिट देना है।
23 अप्रैल की रात गैलेक्सी हॉस्पिटल में हद दर्जे की लापरवाही सामने आई थी। जब मरीजों की सांस अटक गई थी, तब अस्पताल के डाॅक्टर और स्टाफ मरीजों को उनके हाल पर छोड़कर भाग गए थे। पांच मरीजों ने ऑक्सीजन के अभाव में मौके तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। 60 मरीजों की जान पुलिस ने दूसरे अस्पताल का सिलेंडर रोक कर बचा ली थी।
24 घंटे की जांच 16 दिन में भी नहीं हो पाई
मामला तूल पकड़ा तो कलेक्टर ने आनन-फानन में जांच कमेटी बना दी। 24 घंटे में जांच प्रतिवेदन पर कार्रवाई का दावा किया था, 16 दिन बाद भी कार्रवाई का अता-पता नहीं है। अब इसी अस्पताल संचालक से रेडक्रास के नाम पर 25 लाख रुपए मदद ले ली गई। कलेक्टर पर सीधे आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने पांच मरीजों की मौत का सौदा 25 लाख रुपए में कर डाले।
यह संस्था सीधे कलेक्टर के दायरे में होती है, ऐसे में यह सवाल भी उठ रहा है कि जिस अस्पताल के ख़िलाफ़ 5 लोगों की मौत की जाँच चल रही है, उससे यह दान राशि किन परिस्थितियों में व किस कारण से ली गयी ?
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 9, 2021
पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से इस मामले को उठाया है। लिखा है कि जबलपुर के गैलेक्सी अस्पताल में 5 मरीज़ों की दुखद मौत के बाद 24 घंटे में जांच कर रिपोर्ट देने की बात कही गयी थी, लेकिन आज तक जांच पूरी नहीं हुई है। यह एक गम्भीर लापरवाही है। मृतक के परिजन न्याय मिलने का इंतज़ार कर रहे हैं।
जबलपुर के गैलेक्सी अस्पताल में 5 मरीज़ों की दुखद मौत के बाद 24 घंटे में जाँच कर रिपोर्ट देने की बात कही गयी थी लेकिन 16 दिन बीत जाने के बाद भी आज तक जाँच पूरी नहीं हुई है, यह एक गम्भीर लापरवाही है, मृतक के परिजन न्याय मिलने का इंतज़ार कर रहे है ? pic.twitter.com/ZVOtl78hnu
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 9, 2021
रेडक्रास को दिए गए 25 लाख रुपए को लेकर सवाल इस कारण भी उठ रहे हैं कि यह अस्पताल अभी चंद रोज पहले ही खुला है। इससे पुराने और बड़े अस्पतालों ने भी 11 लाख रुपए से अधिक का सहयोग रेडक्रास को नहीं किया है। इस अस्पताल में आए दिन कोविड मरीजों का पैसों को लेकर प्रबंधन से विवाद होता रहता है। अभी अस्पताल के खिलाफ प्रशासन की जांच जारी है। बिना जांच रिपोर्ट आए अस्पताल संचालक से रेडक्रास के नाम पर 25 लाख की मदद लेना एक तरह से इसे क्लीनचिट देने जैसा है।
हाईकोर्ट तक उठाऊंगा मामला
कांग्रेस नेता जगत बहादुर अन्नू ने तो आरोप लगाए हैं कि इस अस्पताल को बचाने के लिए अंदर खाने पैसों की डीलिंग हुई है। वह इस मामले को हाईकोर्ट तक ले जाएंगे। कांग्रेस नेता रामदास यादव ने आरोप लगाया है कि बीजेपी राज्य में यही हो रहा है। आम आदमी की जान से खेलो और कलेक्टर द्वारा संचालित रेडक्रॉस सोसाइटी में 25 लाख रुपए जमा करके बच जाओ। इस अस्पताल में 5 लोगों की मौत के बाद आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। आम आदमी का भरोसा जिला प्रशासन से उठता जा रहा है।
MP में अस्पताल की बड़ी लापरवाही:जबलपुर के गैलेक्सी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी से 5 कोरोना पेशेंट्स की मौत; मरीजों को तड़पता छोड़कर भाग गए डॉक्टर
ये थी घटना
22 अप्रैल की देर रात दो बजे के लगभग गैलेक्सी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन समाप्त होने के चलते पटेल नगर निवासी अनिल शर्मा (49), विजय नगर निवासी देवेंद्र कुररिया (58), गाडरवारा नरसिंहपुर निवासी गोमती राय (65), नरसिंहपुर निवासी प्रमिला तिवारी (48) और छिंदवाड़ा निवासी आनंद शर्मा (47) की मौत हो गई थी। 23 अप्रैल को परिजनों संग कांग्रेस विधायकों ने भी हंगामा किया था।
दो दिन में जांच प्रतिवेदन तैयार कर लूंगा
उधर, इस मामले में जांच अधिकारी बनाए गए संयुक्त कलेक्टर शाहिद खान ने बताया कि गैलेक्सी मामले की जांच पूरी हो चुकी है। जांच प्रतिवेदन एक-दो दिन में तैयार कर कलेक्टर को सौंप देंगे। इसके बाद उनके स्तर पर आगे का निर्णय लिया जाएगा। जांच में क्या तथ्य सामने आया है, इसे अभी नहीं डिस्क्लोज कर सकते हैं।