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- Used To Go Door To Door In 40 Villages, More Than 500 Corona Patients Have Been Treated So Far, Accused Aman Does Not Have Any Degree
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इंदौर2 मिनट पहले
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आरोपियों ने गांव में अस्पताल भी खोल रखा थ। इनसेट में दोनों आरोपी।
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में दो साथियों के साथ पकड़ाया डॉक्टर अमन ताज बगैर डिग्री के ही कोरोना का इलाज भी करता था। सूत्रों के मुताबिक डॉक्टर अमन ताज ने धरमपुरी स्थित अस्पताल खोल रखा था। उसके पास आस-पास के ग्रामीण इलाकों के लोग आते थे। खास बात है कि उसके पास डॉक्टरी की कोई डिग्री भी नहीं थी। पकड़े गए आरोपी अमन ताज (25) निवासी पानोर बायपास चौराहा सांवेर, डॉ. राकेश मालवीय (35) निवासी स्कीम 78 और शाहरुख खान (25) निवासी देपालपुर हैं।

धरमपुरी गांव में बोर्ड पर BHMS की डिग्री लिखी हुई है।
जानकारी के अनुसार वह कई गंभीर बीमारियों का इलाज भी करता था। धरमपुरी में एक भवन में कुछ स्थान किराए से लेकर अस्पताल संचालित हो रहा रहा था। यहां नियमों को ताक पर रख कर कई पलंग लगे थे। फर्जी तरीके से बिना डिग्री के मरीजों की जांच की जा रही थी। उन्हें डॉक्टर अमन द्वारा पैथोलॉजिकल एक्स-रे आदि जांच करवाने की एडवाइज भी दी जा रही थी। मरीजों को ग्लूकोज आदि की बोतलें भी चढ़ाई जा रही थीं।
वहीं, अस्पताल के बाहरी हिस्से में मेडिकल स्टोर भी था, जहां इलाज करवाने के बाद वहीं से लोग दवा भी खरीदते थे। इनके पास से चार रेमडेसिविर इंजेक्शन भी मिले थे। जिन्हें ये 30 हजार रुपए में बेचने के लिए कार से घूम रहे थे। अब तक क्राइम ब्रांच पूरे कोरोना काल में 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर 417 रेमडेसिविर इंजेक्शन जब्त कर चुकी है।