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छिंदवाड़ा25 मिनट पहले
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आमगांव साईलों केंद्र के बाहर लगी टे्रक्टरों की लाईन
- कोरोना काल में गेंहू बेचने में किसानों को हो रही परेशानी
छिंदवाड़ा। कोरोना काल में समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीदी जारी तो है लेकिन गेंहू बेचने के लिए किसानों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। जिले में प्रशासन के द्वारा सरकार के आदेश पर साईलों केंद्र बनाकर 5 से 7 समितियों का गेंहू एक ही जगह खरीदने की व्यवस्था बनाई गई है जिससे किसानों की जेब ढीली हो रही है। इस नई व्यवस्था के तहत अब तक लगभग ३ लाख टन गेंंहू का उपार्जन हो तो चुका है लेकिन इस केंद्र में आकर गेेंहू बेच रहे किसानों को भी काफी परेशानियां उठानी पड़ रही है। कुछ ऐसा ही हाल ग्राम नीलकंठी परसगांव, बम्हनी और नौलाझिर, कोंडरखापा के किसानों का है, किसानों ने बताया कि पहले उनका गेंहू परसगांव समिति में खरीदा जा रहा था, जिसकी दूरी महज 4 से 5 किमी थी, लेकिन एकाएक अब खरीदी केंद्र को 30 किमी दूर स्थानांतरित कर आमगांव में बना दिया गया है, जहां गेंहू ले जाने के लिए एक किसान को लगभग 3 से 4 हजार रूपए खर्च करना पड़ रहा है, ऐसे में किसान काफी परेशान है। सिर्फ परसगांव, नौलाझिर और बम्हनी ही नहीं बल्कि पांजरा सेवा सहकारी समिति के अंतर्गत आने वाले 10 हजार से ज्यादा किसानों को भी 10 किमी दूर अपना गेंहू ले जाकर बेचना पड़ रहा है। यहां भी किसानों को 2 हजार से ज्यादा रूपए प्रति ट्राली का भाड़ा देना पड़ रहा है, ऐसे में किसानों की जेब ढीली हो रही है।
अव्यवस्थाओं का माहौल, छांव तक की नहीं है व्यवस्था
गौर किया जाए तो आमगांव साईलों केंद्र में किसानों के लिए छांव की उचित व्यवस्था नहीं की गई है, यहां तक कि यहां पीने के पानी से लेकर किसानों के लिए बैठने तक की व्यवस्था नहीं है, दिन में लगभग 250 टे्क्टरों की कतार यहां लगी रहती है तब कहीं जाकर किसानों का गेंहू खरीदा जा रहा है। लिहाजा किसानों के लिए व्यवस्था बनाने में अधिकारी ध्यान तक नहीं दे रहे है।