1 लाख मीट्रिक टन गेहूं का परिवहन बाकी: परिवहन में देरी हाेने से किसानों को गेहूं खरीदी के लिए हाेना पड़ रहा परेशान

1 लाख मीट्रिक टन गेहूं का परिवहन बाकी: परिवहन में देरी हाेने से किसानों को गेहूं खरीदी के लिए हाेना पड़ रहा परेशान


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हाेशंगाबाद18 मिनट पहले

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जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी समाप्ति की ओर है, लेकिन परिवहन की रफ्तार बेहद धीमी है। यही वजह है कि खरीदी केंद्रों पर कई मीट्रिक टन गेहूं रखा है। इसके चलते कई केंद्राें पर अनाज की खरीदी नहीं हाे रही है। कृषि उपज मंडी में भी किसानाें काे खरीदी के लिए परेशान हाेना पड़ रहा है। वहीं गुलाड़िया माेती गांव में रविवार काे परिवहन शुरू हाे पाया। जिले में 248 खरीदी केंद्राें में से करीब 1 दर्जन पर खरीदी लगभग पूरी हाे गई है, लेकिन परिवहन नहीं हाेने से किसानाें काे समस्या हाे रही है। अनाज की तौल हुए कई दिन बीतने के बाद परिवहन ठेकेदार की सुस्ती से वेयरहाउसों तक नहीं पहुंच पाया है।

अधिकारियों ने बताया कि संबंधित ठेकेदार को निर्देश दिए गए हैं कि परिवहन में तेजी लाएं। वाहनों की संख्या भी बढ़ाने की निर्देश ठेकेदार को दिए गए हैं। सभी जिम्मेदारों को रोजाना रिपोर्ट देकर परिवहन की जानकारी से अवगत कराने की बात भी कही गई है। वहीं परिवहन ठेकेदार का कहना है कि उसके पास वाहनों की पर्याप्त व्यवस्था है। खरीदी केंद्रों की दूरी अधिक होने के कारण ऐसी दिक्कत आ रही है। सहायक आपूर्ति अधिकारी अनिल तंतुवाय ने बताया कि अब तक 62 हजार 285 किसानाें से 6 लाख 80 हजार 969 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी हुई।

वहीं 6 लाख 17 हजार 180 मीट्रिक टन गेहूं का परिवहन हाे चुका है। किसानाें काे 854.17 कराेड़ रुपए का भुगतान भी किया गया है। परिवहन की गति काफी धीमी चल रही है। जिले में दाे दिन खरीदी बंद हाेने और परिवहन हाेने के बाद भी 1 लाख मीट्रिक टन गेहूं का परिवहन हाेना है। परिवहन की धीमी गति के संबंध में अधिकारियों और परिवहनकर्ता से चर्चा की गई है। अधिकारियाें ने बताया ठेकेदार को निर्देश दिए गए हैं कि वाहनों की संख्या बढ़ाकर अनाज को वेयर हाउसों तक पहुंचाया जाए।

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