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बैतूल37 मिनट पहले
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मप्र के बैतूल जिला अस्पताल में मां की मौत से गुस्साएं बेटे के चिल्ला-चोट करने पर ड्यूटी डॉक्टर द्वारा पिस्तौल निकाल धमकाने का मामला सामने आया है। अस्पताल परिसर में महिला के बेटे और डॉक्टर के बीच झूमाझटकी के बाद पुलिस मौके पर पहुंंची। आमला निवासी राज नागले ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही से मां मृत्यु होने व डॉक्टर रानू वर्मा पर धमकाने का आरोप लगाया। कलेक्टर को मोबाइल पर शिकायत की है। डॉक्टर ने भी युवक राज के खिलाफ तोड़फोड़ व झूमाझटकी की शिकायत बैतूल कलेक्टर, एसपी, सीएमएचओ व थाने में की है। दोनों पक्षों के आधार पर पुलिस जांच कर रही है।
आमला निवासी राज नागले ने मां सुखवंती नागले (63) को कोरोना संक्रमित थी। सांस लेने तकलीफ व ऑक्सीजन लेवल कम होने से 9 मई को जिला अस्पताल के वार्ड में भर्ती किया। मां को सेंटर लाइन की सप्लाई से ऑक्सीजन मिल रही थी। मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे सेंटर लाइन से ऑक्सीजन की सप्लाई कम हो गई। जिससे मां तड़पने लगी। मां के बेड के पास एक अतिरिक्त सिलेंडर रखा था। मैं मदद के लिए ड्यटी स्टाफ को आवाज दे रहा था। सिलेंडर का नोजल बदलने वाला कर्मचारी 20 मिनिट तक नहीं आया। मैंने अपने हाथों से मां की हाथेली को रगड़ा। मेरी आंखों के सामने मेरी मां ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। जिसके बाद मैं गुस्से में वार्ड से बाहर आकर हाथों में रखी बोतल खिड़की की ओर फेंका तो कांच फूट गया। तभी डॉक्टर रानू वर्मा आएं और मुझसे बोले कि मैं ड्यूटी पर हूं। मुझे अपशब्द कहते हुए पिस्तौल निकाल ली। मुझे धमकी देने लगे कि अब चुप हो, वरना गोली चला दूंगा। अस्पताल के गार्ड व अन्य स्टाफ ने डॉक्टर से पिस्तौल छुड़ाकर मामला शांंत कराया और मुझे बाहर ले आएं।
इनका कहना
युवक ने डॉक्टर पर पिस्तौल निकाल धमकाने का आरोप लगाया है। डॉक्टर ने भी युवक पर तोड़फोड़, झूमाझटकी करने की लिखित शिकायत एसपी, थाने में की है। मामले की जांच कर रहे है।– नितेश पटेल, एसडीओपी, बैतूल।
अस्पताल में पिस्तौल मरीज के परिजन काे दिखाने का मामला मेरे संज्ञान में आया है। डॉक्टर को इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए। महिला की मृत्यु व पिस्तौल के मामले में जांच करा रहे है।– एके तिवारी, सीएमएचओ, बैतूल।