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नई दिल्ली18 मिनट पहले
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कोरोना की दूसरी लहर ने देश और दुनिया में हाहाकार मचा दिया है। खेल जगत भी इससे अछूता नहीं रहा। खिलाड़ियों के परिवार पर भी कोरोना काल बनकर टूटा है। अब तक कई क्रिकेटर और अन्य खिलाड़ी अपने परिवार और करीबियों को खो चुके हैं। इस एक हफ्ते में पीयूष चावला और चेतन सकारिया ने अपने-अपने पिता को खोया है। ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट एमके कौशिक भी नहीं रहे।
वहीं, महिला क्रिकेटर वेदा कृष्णमूर्ति ने भी अपनी बहन को खो दिया है। यदि पिछले एक साल की बात करें तो कोरोना से पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान (73) का भी अगस्त में निधन हुआ था। सचिन तेंदुलकर भी अपने बेस्ट फ्रेंड विजय शिरके को खो चुके हैं। 57 साल के शिरके ने 20 दिसंबर को अंतिम सांस ली थी।

वेदा ने एक महीने में मां और बहन को खोया। दोनों का कोरोना से निधन हुआ।
महिला क्रिकेटर वेदा के परिवार पर कोरोना की दोहरी मार पड़ी है। उनकी 45 साल की बहन वत्सला का कोरोना से बुधवार को निधन हो गया। इससे दो हफ्ते पहले ही कोरोना की वजह से वेदा की मां चेलुवम्बा देवी का निधन हुआ। मां के निधन की जानकारी उन्होंने 24 अप्रैल को सोशल मीडिया के जरिए दी थी।
अब तक 48 वनडे और 76 टी-20 खेल चुकीं वेदा
ऑलराउंडर वेदा ने अब तक 48 वनडे में 25.90 की औसत से 829 रन बनाए और 66 विकेट लिए हैं। उन्होंने 76 टी-20 इंटरनेशनल खेले, जिसमें 18.61 की औसत से 875 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 12 विकेट भी चटकाए हैं। वेदा ने पिछला मैच मार्च 2020 में वुमन्स टी-20 वर्ल्ड कप का फाइनल खेला था। मेलबर्न में खेले गए फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 85 रन से शिकस्त दी थी।

चेतन सकारिया के पिता कांजीभाई का रविवार को निधन हो गया।
IPL 2021 की खोज माने जा रहे राजस्थान रॉयल्स के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया के पिता कांजीभाई का रविवार को निधन हो गया। वे कोरोना से जूझ रहे थे। पिछले हफ्ते उन्हें इलाज के लिए गुजरात के भावनगर में एक अस्पताल में एडमिट कराया गया था। IPL सस्पेंड होने के बाद सकारिया उनसे मिलने भी पहुंचे थे। इसके साथ ही उन्होंने IPL से मिली सैलरी को भी पिता के इलाज में लगा दिया था।
चेतन के पिता ऑटो ड्राइवर थे
चेतन के पिता ऑटो ड्राइवर थे। कुछ महीने पहले ही उनके भाई ने आत्महत्या कर ली थी। चेतन की कमाई का जरिया IPL से मिलने वाली राशि है। चेतन को 2021 के लिए हुए IPLऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स ने 1.20 करोड़ रुपए में खरीदा था।
चेतन ने 7 मैचों में लिए 7 विकेट
चेतन सकारिया ने अपने पहले IPL के खेले 7 मैचों में 8.22 की इकोनॉमी रेट से 7 विकेट लिए। उन्होंने एम एस धोनी, केएल राहुल और मयंक अग्रवाल के विकेट लिए। वे लिस्ट-A में सौराष्ट्र की ओर से खेलते हैं। इसमें उन्होंने 23 टी-20 मैचों में 7.44 की इकोनॉमी रेट से 35 विकेट लिए।

स्पिनर पीयूष चावला के पिता प्रमोद कुमार का कोरोना से सोमवार को निधन हुआ। प्रमोद पिछले 10 दिनों से कोरोना से जूझ रहे थे। दिल्ली के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। पीयूष ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, अब मेरी जिंदगी पहले की तरह नहीं रह पाएगी। मैंने अपनी ताकत खो दी। मेरे पिता मेरे मजबूती के स्तंभ थे।
कई खिलाड़ियों ने शोक जताया
प्रमोद चावला के निधन पर कई इंटरनेशनल क्रिकेटरों ने शोक जताया। सुरेश रैना ने लिखा- ये सुनकर बहुत दुख हुआ। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। इसके अलावा आरपी सिंह, मोहसिन खान समेत कई बड़ी हस्तियों ने दुख जताया।
पीयूष 2007 टी-20 और 2011 वनडे वर्ल्ड कप खेल चुके
पीयूष चावला मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के रहने वाले हैं। भारत के लिए अब तक वो 3 टेस्ट और 25 वनडे मैच खेल चुके हैं। वे 2007 टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का हिस्सा रह चुके हैं। 2006 में पीयूष ने अंडर-19 वर्ल्ड कप खेला था।

ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट हॉकी खिलाड़ी एमके कौशिक का दिल्ली में निधन हुआ।
शनिवार को ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट हॉकी खिलाड़ी और भारतीय टीम के पूर्व कोच महाराज किशन कौशिक का दिल्ली में निधन हुआ। 66 वर्षीय कौशिक पिछले 3 सप्ताह से कोरोना संक्रमण से जूझ रहे थे। परिवार में पत्नी और बेटा है। कौशिक 1980 में मास्को ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य थे। यह हॉकी में भारत का 8वां और आखिरी गोल्ड मेडल है।
2002 में अपनी कोचिंग में भारत को एशियाड चैम्पियन बनाया
कौशिक भारत के सफल हॉकी कोच में से एक माने जाते थे। वे देश की पुरुष और महिला दोनों टीमों के कोच रह चुके हैं। उनकी कोचिंग में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 1998 में बैंकॉक में एशियन गेम्स का गोल्ड मेडल भी जीता था। इसके अलावा वे 2006 दोहा एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच भी थे। कौशिक को 1998 में अर्जुन अवॉर्ड और 2002 में द्रोणाचार्य अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था।

11 महीने पहले पूर्व भारतीय फुटबॉलर ई हम्साकोया का निधन हुआ। यह देश में कोरोना से किसी खिलाड़ी की पहली मौत का मामला था।
पिछले साल 6 जून को पूर्व संतोष ट्रॉफी फुटबॉलर ई हम्साकोया (61) की कोरोना संक्रमण से मौत हुई थी। यह देश में वायरस से किसी खिलाड़ी की मौत का पहला मामला था। हम्साकोया ने केरल के मल्लपुरम के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। पूर्व भारतीय खिलाड़ी मुंबई में रहते थे। वे महाराष्ट्र की ओर से संतोष ट्रॉफी खेला करते थे। हम्साकोया पश्चिम बंगाल के बड़े फुटबॉल क्लब मोहन बागान और मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब की ओर से भी खेले हैं। वे मलाबार क्षेत्र के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी रहे थे।