भाेपाल में भेल कारखाना 4 दिन के लिए बंद: ​​​​​​​गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर ने धरने पर बैठने की चेतावनी दी थी, भेल प्रबंधन ने बंद करने सर्कुलर निकाला

भाेपाल में भेल कारखाना 4 दिन के लिए बंद: ​​​​​​​गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर ने धरने पर बैठने की चेतावनी दी थी, भेल प्रबंधन ने बंद करने सर्कुलर निकाला


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भोपाल8 घंटे पहले

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विधायक कृष्णा गौर की चेतावनी के बाद कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने भेल कारखाना चार दिन के लिए बंद

भारत हेवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (बीएचईएल) कारखाना 13 मई से चार दिन के लिए आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बंद रहेगा। इस संबंध में भेल प्रबंधन की ओर से अवकाश संबंधी सर्कुलर जारी कर दिया गया है। इसमें 13 और 15 मई को एवजी कार्य करने के आधार पर अवकाश घोषित किया गया है। इसके अलावा 14 मई को ईद की छुट्‌टी और 16 मई को रविवार की छुट्टी है। गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर की धरने पर बैठने की चेतावनी के बाद भेल प्रबंधन ने ये निर्णय लिया है।

सर्कुलर के अनुसार प्रबंधन की तरफ से घोषित दो दिन के अवकाश की भरपाई कोरोना संक्रमण की स्थिति सामान्य होने पर अन्य अवकाश के दिन करने की जाएगी। साथ ही, यह भी निर्देश दिए हैं कि इस अवधि के दौरान सभी कर्मचारी भोपाल शहर से बाहर नहीं जाएंगे। किसी भी समय कार्य की आवश्यकता पड़ने पर दूरभाष या अन्य इलेक्ट्राॅनिक संचार के माध्यम से उपलब्ध रहेंगे।

कोई भी कर्मचारी संबंधित विभागाध्यक्ष/महाप्रबंधक की पूर्व अनुमति के बिना शहर नहीं छोड़ेंगे। आपातकालीन/आवश्यक सेवाओं/ ऑक्सीजन संयंत्रों में कार्य वर्तमान अनुसार किया जाता रहेगा। संबंधित विभागाध्यक्ष द्वारा ऐसे कर्मचारी जो कि आवश्यक सेवाओं में कार्यरत है, उन्हें रोस्टर के आधार पर कार्य पर बुलाया जाएगा।

प्रबंधन ने लिया कर्मचारियों के हित में निर्णय- गौर

गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर के मुताबिक भेल के कारखाने में जिस प्रकार से लगातार संकमण फैल रहा था। लगातार कर्मचारियों की मौत हे रही थी। इतनी संवेदनहीनता मैनेजमेंट क्यों दिखा रहा था। मुझे समझ में नहीं आया। बार-बार पत्र लिखा, कुछ समय के लिए आवश्यक सेवाओं को छोड़कर कारखाने को विश्राम दें, ताकि कोरोना की चेन टूटे और मौतों का आंकड़ा कम हो। बावजूद भेल प्रबंधन ने निर्णय नहीं लिया। इसलिए मैंने कहा था कि मेरे क्षेत्र के मजबूर कर्मचारियों को होकर फैक्टरी पहुंच रहे हैं।

उनकी सलामती के लिए मैंने धरने पर बैठने का निर्णय लिया था। आखिरकार, भेल प्रबंधन ने निर्णय लिया है। चार दिन के लिए कारखाने को विश्राम दिया है। कहा है कि इसके बाद स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा। विधायक ने कहा कि यह प्रबंधन का कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के हित में लिया गया निर्णय है।

500 कर्मचारी संक्रमित, 100 की अब तक मौत

पत्र में विधायक ने लिखा है कि बीएचईएल कारखाने में संक्रमितों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। साथ ही, कर्मचारियों की मौत भी हो रही है। आज संक्रमितों की संख्या करीब 500 है। करीब 100 (ठेका श्रमिकों को मिलाकर) कर्मचारियों की मौत भी हो गई है। इस कारण कर्मचारियों एवं उनके परिवार में भय एवं निराशा की भावना व्याप्त हो गई है।

भेल की दूसरी इकाइयां बंद

पत्र में यह भी बताया गया है कि बीएचईएल कारखाने कि अन्य इकाइयों जैसे बैंगलुरू, रानी पेठ, तिरुचरापल्ली आदि में अपनी इकाइयों को अलग-अलग तारीख के लिए बंद कर दिया है। विधायक ने उनको बंद करने के आदेश की प्रतिलिपियां भी संलग्न करने का जिक्र किया है। भोपाल भेल प्रबंधन अपने हठधर्मिता के कारण अपनी इकाई को सख्त चालू कर रखा है। जिससे आज भयावह परिस्थिति उत्पन्न हो गई है।

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