-गांव में फैल रहे कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सरकार से मांगा प्लान. -कोरोना टेस्टिंग में खामी को लेकर भी उठाए सवाल. -10 लाख जनसंख्या पर 50 हजार से ज्यादा टेस्ट की व्यवस्था कराने की मांग. -कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर रोकने के लिए सरकार से स्पष्ट खाका पेश करने की मांग की. वैक्सिनेशन के लिए भी सरकार से पूछा सवाल -8 करोड़ 64 लाख वैक्सीन डोज की जरूरत के एवज में अब तक 90 लाख लोगों को ही लगाया गया वैक्सीन. -क्या सरकार वैक्सीन की कमी पूरा करने के लिए करेगी ग्लोबल टेंडर. -सरकारी लापरवाही के कारण कोरोना काल में हुई मौतों में पीड़ित परिवारों को 10-10 लाख का मुआवजा देने की मांग. – निजी अस्पतालों में भारी बिल भरने वाले मरीजों को आयुष्मान योजना के तहत राहत देने की मांग. -बिल की भरपाई क्या सरकार करेगी सर्वदलीय बैठक की मांग पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने विपक्ष पर भ्रम फैलाने के आरोपों पर कहा कि सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलाना चाहिए. उन्होंने कहा कोरोना संक्रमण काल में अपनी विफलता का ठीकरा विपक्ष पर फोड़ना ठीक नहीं है. कमलनाथ पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाना सरकार की विफलता को दर्शाता है.
पी सी शर्मा ने दी चेतावनी पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने भी चेतावनी दी है कि यदि स्वास्थ सेवाएं नहीं सुधारी गयीं तो वह कोरोना काल खत्म होने के बाद अनिश्चितकालीन धरना देंगे. दरअसल 1 दिन पहले सीएम शिवराज ने ट्वीट कर विपक्ष पर जमकर हमला बोला था. मुख्यमंत्री ने ट्वीट में कहा था कांग्रेस नेता लगातार झूठ बोलकर जनता को भ्रमित करने और अस्थिरता बनाने की कोशिश कर रहे हैं. जब जब देश में कोई समस्या आई कांग्रेस के समाधान खोजने की जगह भ्रम फैलाया है. मध्यप्रदेश में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने भी सरकार के साथ मिलकर कार्य करने की जगह अराजकता पैदा करने की कोशिश करना उचित समझा है.