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मुरैना3 मिनट पहले
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डॉ. शिवम मंगल तथा डॉ. सौरभ अवस्थ
- दो डॉक्टरों के भरोसे चल रहा था अस्पताल
- अब, कस्बे को लोगों को मिल सकेगी पर्याप्त चिकित्सा सुविधा
मुरैना(पोरसा) कस्बे के शासकीय सामुदायिक केन्द्र पोरसा को आज दो नए चिकित्सक दिए गए हैं। पिछले एक माह से मात्र दो चिकित्सक पदस्थ थे । पहले वहां चाार डॉक्टर थे, जिसमें से एक डॉक्टर ने कोरोना संक्रमण के भय से स्तीफा दे दिया था। दूसरे चिकित्सक ने जाना ही छोड़ दिया था।
इस बात की जानकारी जब, जिले के तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. बांदिल को दी गई तो उन्होंने शासन के पास नए डॉक्टरों की नियुक्ति का प्रस्ताव भेजा था। उसके बाद से पोरसा में किसी चिकित्सक की नियुक्ति नहीं हुई थी। उसके बाद मौजूदा सीएमएचओ डॉ. एडी शर्मा ने राज्य शासन को रिमाइंडर पत्र भेजा। उसके बाद आज पोरसा सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र को दो डॉक्टर दिए गए हैं। शासन ने डॉ. शिवम मंगल तथा डॉ. सौरभ अवस्थी की नियुक्ति की है।
ढाई लाख कस्बे की आबादी पर 30 बेड का स्वास्थय केन्द्र
पोरसा कस्बे की आबादी लगभग ढाई लाख है। सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र मात्र 30 पलंग का है। इसमें चार डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है। दो डॉक्टरों के जाने के बाद यह स्वास्थय केन्द्र मात्र दो डॉक्टरों के भरोसे चल रहा था। डॉ. एसएन मेवाफरोश जो कि मेडीकल ऑफीसर हैं तथा दूसरे डॉ.पीपी शर्मा जो कि ब्लॉक मेडीकल ऑफाीसर हैं।
मुरैना कर दिया जाता रैफर
स्वास्थय केन्द्र में प्रतिदिन 200 से 250 संख्या के बीच मरीज आ रहे हैं। इतनी अधिक संख्या में मरीज और मात्र दो डॉक्टर थे। ऐसी स्थिति में डॉक्टर मरीजों को जिला अस्पताल मुरैना रैफर कर दिया करते थे, जिससे जिला अस्पताल पर निरंतर मरीजों का बोझ बढ़ता जा रहा था। जिला अस्पताल पर अत्यधिक बोझ बढ़ जाता था। जिला अस्पताल के डॉक्टर मरीजों को ग्वालियर जयारोग्य चिकित्सालय में रैफर कर देते हैं। इस प्रकार मरीजों को रैफर किए जाने का सिलसिला चल रहा है।
अब मिल सकेगी राहत
इन दो डॉक्टरों के आ जाने के बाद, स्वास्थय केन्द्र पर आने वाले मरीजों को राहत मिल सकेगी। जिससे जिला अस्पताल मुरैना पर भी मरीजों का दवाब कम हो जाएगा।