पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सवाल पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दी ये सफाई
Madhya Pradesh News:पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सवाल पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पॉजिटिव बात तो कांग्रेस के नेता करते ही नहीं हैं. उन्होंने राहुल गांधी के ट्वीट पर भी कहा कि देश के अपमान मे बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना है तो रेस मे राहुल और प्रदेश में कमलनाथ हैं.
मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में नदी में शव मिलने की घटना पर कांग्रेस ने मामले को यूपी-बिहार से जोड़कर कई सवाल उठाए थे. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले में संज्ञान लेने की बात कही थी. अब गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले में सफाई दी है. नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ के ट्वीट पर कहा कि कमलनाथ ने पन्ना जिले मे शव को लेकर पहले प्रमाणित जानकारी नहीं ली. एक मृतक 90 साल का था. दूसरा मृतक 75 साल का था. दोनों को गंभीर बीमारी थी और वहां पर आदिवासी समुदाय बीमारी से मरने पर जलाने के बजाय नदी मे शव को बहा देते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के नेता निगेटिविटी फैलते है. गलतियां सबसे होती हैं और होगी तो स्वीकार भी करेंगे, लेकिन पूरे देश में निगेटिविटी कांग्रेस के नेता फैला रहे हैं. पॉजिटिव बात तो कांग्रेस के नेता करते ही नहीं हैं. उन्होंने राहुल गांधी के ट्वीट पर भी कहा कि देश के अपमान मे बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना है तो रेस मे राहुल और प्रदेश में कमलनाथ हैं. कमलनाथ ने उठाए थे सवाल… दरअसल, कमलनाथ ने ट्वीट करके पन्ना जिले की एक नदी में 6 शवों के मिलने का जिक्र करते हुए सरकार पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने इस मामले को यूपी, बिहार में गंगा नदी में मिले शवों से जुड़ा था और उन्होंने इस मामले में संज्ञान लेने की बात कही थी. साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में ग्रामीण इलाकों में कोरोना की स्थिति का भी जिक्र करते हुए सरकार पर निशाना साधा था.वकीलों को मिलेगी सरकार की सहायता… नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि एमपी अधिवक्ता सहायता के तहत जो अधिवक्ता गंभीर रूप से बीमार है उन्हें पांच करोड़ की राशि दी जाएगी. सीएम कल्याण स्कीम के तहत जो 43 अधिवक्ता दिवंगत हुए हैं उनके परिवार को एक एक लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. लगातार कोरोना के क्षेत्र मे स्थिति सुधरती जा रही है. प्रदेश सरकार की बड़ी घोषणा…
नरोत्तम मिश्रा ने सरकार की इस बड़ी घोषणा का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि।कोरोना संक्रमण से बेसहारा हुए बच्चों, परिवारों की चिंता करेगी शिवराज सरकार करेगी. बेसहारा परिवारों को पेंशन, निशुल्क राशन, बच्चों को निशुल्क शिक्षा जैसी सुविधाएं देने वाला पहला राज्य मध्य प्रदेश बना है. साथ ही मुख्यमंत्री ने जो निशुल्क इलाज की व्यवस्था की। उसमे 50 हजार बेड की व्यवस्था की है.