- Hindi News
- Local
- Mp
- Jabalpur
- When Will The BJP MLA Take Action On The Political Silent Partner Of The City Hospital, Digvijay Asked, Will The CM Conduct An Inquiry With The All party Committee?
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
जबलपुरएक घंटा पहले
- कॉपी लिंक
BJP विधायक जालम के पत्र पर दिग्विजय ने सीएम शिवराज को घेरा।
नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में गिरफ्तार सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत मोखा मामले में राजनीति तेज हो गई है। विपक्ष ही नहीं अब तो सत्ता पक्ष के विधायक भी सामने आ गए हैं। ताजा मोर्चा खोला है नरसिंहपुर जिले से भाजपा विधायक जालम सिंह पटेल ने।
जबलपुर कमिश्नर व आईजी को पत्र लिखकर पूछा है कि सिटी हॉस्पिटल के राजनीतिक साइलेंट पार्टनर पर कब कार्रवाई होगी? इसी पत्र को आधार बनाकर पूर्व सीएम कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सीएम से सवाल किया है कि अपने ही विधायक के आरोपों की जांच क्या सर्वदलीय समिति से कराएंगे?
इंसानियत के दुश्मन पर मेहरबानी:ट्रेनी आईपीएस मोखा को “श्री’ व “जी’ संबोधित कर रहे, सीएसपी यारी तो कलेक्टर 3 महीने का NSA कर दिखा रहे सरबजीत से वफादारी
नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव से बीजेपी विधायक जालम सिंह पटेल ने 12 मई को आईजी और संभागीय कमिश्नर को एक पत्र लिखकर कई सनसनीखेज आरोपी सिटी अस्पताल के संबंध में लगाए हैं। उनके आरोपों की जद में अस्पताल को संरक्षण देर रहे अपनी ही पार्टी के कुछ नेता भी आ रहे हैं। हालांकि उन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिया है, लेकिन सिटी अस्पताल से नजदीकी रखने वाले नेता पहले से एक्सपोज हो चुके हैं।
अस्पताल की लापरवाही ने 5 जान ली पर FIR नहीं:ऑक्सीजन की कमी से हुई 5 कोरोना संक्रमितों की मौत के जिम्मेदारों को अभयदान, जांच रिपोर्ट में गलती सामने आई थी
जालम ने 5 बिंदुओं पर आरोप लगाए हैं
- सिटी हॉस्पिटल में पेशेंट को एडमिट करने से पहले कम से कम एक से पांच लाख रुपए तक जमा कराया जाता है। कितने दिन में कौन सा पेशेंट मृत होगा, यह अस्पताल प्रबंधन तय करता था।
- नरसिंहपुर जिले से जबलपुर लगा हुआ है। सैकड़ों की संख्या में नरसिंहपुर के लोगों ने सिटी हॉस्पिटल में इलाज करवाया है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा मरीजों से लाखों रुपए लूट लिए गए। सैंकड़ों की संख्या में सिटी हॉस्पिटल में नरसिंहपुर के लोगाें की मौत हुई है। ऐसे भर्ती, मृत और भर्ती लोगों से लिए गए पैसे की जानकारी सार्वजनिक हो।
- 10 सालों में सिटी हॉस्पिटल प्रबंधन सरकारी योजनाओं जैसे आयुष्मान, राज्य बीमार सहायता, पीएम, सीएम केयर फंडों से बिना किसी बीमारी के बीमारी दर्शा कर पैसों की हेराफेरी करता आ रहा है।
- बिना चोट या कम चोट को अधिक और गंभीर दिखाकर फौजदारी, एक्सीडेंट, कैंसर, किडनी, सहित अन्य योजनाओं में फर्जीवाड़ा किया जाता है।
- इसके अन्य भी अपराध हैं। दोषियों पर एनएसए और पर्दे के पीछे से मदद करने वालों की जांच करा कर कार्रवाई करें।
अपराध करने में ताकत देने वाले साइलेंट राजनीतिक पार्टनर
विधायक जालम सिंह पटेल ने आरोपों में कहा कि सिटी हॉस्पिटल जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाकर पेशेंटों को मृत करके फिर दूसरे पेशेंट को एडमिट किए जाते थे। जबलपुर में इस रैकेट को सीएम के आदेश पर धाराशाई कर दिया गया। सिटी हॉस्पिटल में अनके राजनीतिक साइलेंट पार्टनर हैं, जो हॉस्पिटल को अपराध करने में ताकत दे रहे हैं।
क्या शिवराज जी अपने ही विधायक की शिकायत पर जॉंच करवायेंगे? जॉंच सर्व दलीय विधान सभा की समिति को करना चाहिए। नक़ली रेमदेसिवीर इंजेक्शन देना और उसमें भी काला बाज़ारी करना गंभीर आरोप हैं। देखते हैं शिवराज जी ऐसे लोगों पर कार्रवाई करते हैं या नहीं। pic.twitter.com/JSj8FT8esZ
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 13, 2021
दिग्विजय सिंह ने सीएम को पूछा अपने विधायक के पत्र पर कब कराएंगे जांच?
बीजेपी विधायक जालम सिंह पटेल के आरोपों के बाद कांग्रेस भी शिवराज सरकार पर हमलावर है। पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने पत्र को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए सवाल किया है कि क्या शिवराज जी अपने ही विधायक की शिकायत पर जांच करवायेंगे? जांच सर्वदलीय विधान सभा की समिति को करना चाहिए। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन देना और उसमें भी कालाबाजारी करना गंभीर आरोप हैं। देखते हैं शिवराज जी ऐसे लोगों पर कार्रवाई करते हैं या नहीं?