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- The Second Season Of The Fruit Is Also Spoiled… Oranges, Chiku, Grapes Start Rotting Due To Failure To Sell.
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सागर27 मिनट पहले
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व्यापारियों के स्टाक में रखे फल अब सड़ने लगे हैं।
- पिछले साल व्यापार ठप रहने के बाद इस साल गर्मियाें में बेचने रखा था स्टाॅक
फल व्यापारियाें पर दाेहरी मार पड़ रही है। एक ताे काेराेना का संकट उस पर फल सड़ने से आर्थिक नुकसान। उनका लगातार दूसरा सीजन खराब हाेने जा रहा है। उधर, गाेदामाें में रखे संतरा, चीकू, अंगूर, सेव, अनार, तरबूज व खरबूज बिक न पाने से सड़ने लगे हैं।
गर्मी में फल की डिमांड रहती है, लेकिन काेराेना कर्फ्यू के कारण माल बिक ही नहीं पा रहा। जिले में व्यापारियाें का 10 कराेड़ से ज्यादा का नुकसान हाेने का अनुमान है। सुबह 2 घंटे की छूट में व्यापार नहीं हाेता। फेरी लगाकर फल बेचने वालाें काे भी राेका जा रहा है।
सागर से आसपास के जिलाें में भी फल सप्लाई, लेकिन सब ठप
सागर फल की बड़ी मंडी है। यहां से संतरा, चीकू, अंगूर, तरबूज, खरबूज, सेव, अनार की जिले की विभिन्न तहसीलाें के अलावा टीकमगढ़, गंजबासाैदा, छतरपुर, पन्ना तक सप्लाई हाेती है। थाेक फल विक्रेताओं का कहना है कि काेराेना कर्फ्यू के कारण मंडी में वाहन आ जा नहीं पा रहे। काेल्ड स्टाेर से बेचने के लिए निकाले गए फल गाेदाम और दुकानाें में सड़ रहे हैं। सुबह 7 से 9 बजे तक ग्राहकी नहीं रहती। जिससे गर्मी का यह सीजन भी काेराेना की भेंट चढ़ गया है।
पिछले साल के घाटे से उभर नहीं पाए
फल विक्रता राजेश का कहना है कि पिछले लाॅक डाउन में भी फल का व्यापार ठप रहने से सिर्फ उन्हें 5 लाख से ज्यादा का नुकसान हुआ था। इस नुकसान से उभर ही नहीं पाए थे कि इस बार भी वही हाल है। फल सड़ने लगे हैं। इसी सीजन में फल की डिमांड रहती है, लेकिन व्यापार बंद हैं। फल विक्रेताओं के सामने राेजी राेटी का संकट आ गया है।
फल वाहनाें काे मिले आने-जाने की छूट
थाेक फल विक्रेता संघ के अध्यक्ष पप्पू खटीक का कहना है कि महामारी से हर तबका परेशान है, लेकिन व्यापार नहीं हाेगा ताे राेज कमाकर खाने वालाें की स्थिति दयनीय हाे जाएगी। काेराेना कर्फ्यू के कारण सागर मंडी से फल अन्य मंडियाें तक सप्लाई करने में दिक्कत आ रही है।
वाहनाें काे राेका जा रहा है। फल वाहनाें काे आने-जाने की छूट दी जाए और फेरी लगाकर फल बेचने वालाें काे भी रियायत मिले। सुबह 2 घंटे की छूट में फल का व्यापार नहीं चल पा रहा है। दुकान, गाेदामाें रखे फल सड़ रहे हैं।