स्टुअर्ट ब्रॉड ने इंग्लैंड के लिए 146 टेस्ट मैच में 517 विकेट लिए हैं. (Stuart Broad Twitter)
नई दिल्ली. इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) ने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (World Test Championship) के फॉर्मेट पर सवाल उठाए हैं. उनकी नाराजगी डब्ल्यूटीसी में होने वाले अंकों के बंटवारे को लेकर है. ब्रॉड ने पूछा कि पांच मैच की एशेज सीरीज कैसे भारत और बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट की सीरीज के बराबर हो सकती है?. उन्होंने कहा कि डब्ल्यूटीसी का कॉन्सेप्ट अच्छा है. लेकिन मुझे लगता है कि इसके फॉर्मेट में कुछ गड़बड़ियां हैं. हालांकि, ये पहला मौका है, जब ये चैम्पियनशिप हो रही है. इसलिए भविष्य में सुधार की गुंजाइश है. ब्रॉड ने ये भी कहा कि वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के मौजूदा सिस्टम को देखें तो उनकी टीम इंग्लैंड का ज्यादा मैच खेलने के बाद भी फाइनल में पहुंचना मुश्किल ही रहेगा. ऐसे में इसके फॉर्मेट में जरूरी सुधार करना होगा. बता दें कि भारत और न्यूजीलैंड 18 से 22 जून तक डब्ल्यूटीसी के फाइनल में आमने-सामने होंगे. डब्ल्यूटीसी की मौजूदा पॉइंट सिस्टम के तहत सीरीज का परिणाम नहीं, बल्कि मैच के नतीजे के हिसाब से अंक दिए गए. पांच मैचों की सीरीज के हर मैच जीतने पर कुल उपलब्ध अंकों के 20 फीसदी अंक मिले, जबकि दो मैच की सीरीज में 50 प्रतिशत अंक जीतने वाली टीम के खाते में गए.
WTC के पॉइंट सिस्टम में सुधार जरूरी: ब्रॉडइंग्लैंड की तरफ से 146 टेस्ट मैच में 517 विकेट लेने वाले 34 साल के ब्रॉड ने कहा कि मौजूदा पॉइंट सिस्टम में इंग्लैंड के लिये डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचना बेहद मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि यह अच्छी अवधारणा है. लेकिन इसके पॉइंट सिस्टम पर काम करने की जरूरत है. हमारे पास मौका था लेकिन इंग्लैंड की टीम जितनी अधिक क्रिकेट खेलती है, उसे देखते हुए वर्तमान व्यवस्था में उसके लिये फाइनल में जगह बनाना मुश्किल होगा.
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WTC में इंग्लैंड ने सबसे ज्यादा 21 टेस्ट खेले डब्ल्यूटीसी के तहत इंग्लैंड ने सबसे ज्यादा 21 टेस्ट खेले. जबकि भारत 17 मैच के साथ दूसरे स्थान पर रहा. वहीं आखिरी स्थान पर मौजूद बांग्लादेश ने सिर्फ सात टेस्ट मैच ही खेले. भारत ने आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ लगातार दो सीरीज जीतकर इन दोनों टीमों की डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था. आस्ट्रेलिया तीसरे और इंग्लैंड चौथे स्थान पर रहा था.