कोरोना कर्फ्यू: संक्रमण दर घट कर 5% हुई, फिर भी 17 मई के बाद नहीं मिलेगी छूट

कोरोना कर्फ्यू: संक्रमण दर घट कर 5% हुई, फिर भी 17 मई के बाद नहीं मिलेगी छूट


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होशंगाबाद2 घंटे पहले

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  • सीएम ने शुक्रवार को कफ्रर्यू बढ़ाने के संकेत दिए, ढील नहीं मिलेगी, क्योंकि होशंगाबाद में हालात सुधरे नहीं

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चाैहान ने कहा है कि जिन जिलों में संक्रमण दर 5 प्रतिशत से कम हो जाएगी, वहां 17 मई के बाद कोरोना कर्फ्यू में ढील दी जाएगी। पिछले पांच दिनों में होशंगाबाद में भी संक्रमण दर घट कर 5% रह गई है। फिर भी 17 मई के बाद होशंगाबाद में कोई राहत मिलने की संभावना नहीं है। दरअसल संक्रमण दर में कमी सैंपलिंग बढ़ाने की वजह से पिछले पांच दिनों में आई है। किल कोरोना अभियान के तहत जिलेभर में जगह-जगह कैंप लगा कर सैंपल लिए जा रहे हैं। इससे सैंपलिंग दो गुना से ज्यादा हो रही है।

इसके पहले तक पिछले एक महीने से हर चौथा सैंपल पॉजिटिव निकल रहा था। 10 अप्रैल से 9 मई तक एक महीने की औसत संक्रमण दर 24 प्रतिशत थी। अचानक संक्रमण दर घटने के आधार पर छूट देने के पक्ष में सरकार नहीं है। सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को वीसी में भी जिले के अफसरों को संकेत दे दिए गए हैं कि वे क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक कर कोरोना कर्फ्यू की अवधि को बढ़ा लें। जिला पंचायत सीइओ मनोज सरियाम ने बताया कि सीएम ने कर्फ्यू बढ़ाने के संकेत दिए है, एक दो दिन में बैठक कर निर्णय लेंगे।

कोरोना की खरीदी; प्रतिबंध के बावजूद सुबह 4 से 7 बजे में खुल रही पुरानी सब्जी मंडी, लग रही भीड़

आगामी आदेश तक के लिए सब्जी मंडी को बंद कर दिया गया है। बावजूद पुरानी सब्जी मंडी में सुबह 4 से 7 बजे तक मंडी लग रही है। लोगों की भीड़ इकट्ठी हो रही है। शुक्रवार सुबह ऐसा नजारा था।

रैपिट किट में सैंपल ज्यादा, संक्रमण कम : संक्रमण कम होने का एक कारण रैपिट किट से सैंपलिंग बढ़ाना भी है। जिले में पिछले पांच दिनों से रोजाना औसतन 1500 सैंपल लिए जा रहे हैं। इनमें से 1000 सैंपल रैपिट किट के हैं। इनमें अधिकतर रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। डॉक्टर भी रैपिट किट के बजाय आरटीपीसीआर की रिपोर्ट को ज्यादा सटीक बताते हैं।

इसलिए बढ़ी सैंपलिंग : किल कोरोना के तहत अब एक दिन का लक्ष्य 1300 सैंपल का रखा है। 1000 रैपिट किट से जांच की जा रही है वहीं 300 जांचें आरटीपीसीआर की जा रही है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्राें में कैंप लगाकर किट से लाेगाें की रेपिट किट से जांच की जा रही है। 9 मई तक 800 सैंपल लिए जा रहे थे। 10 मई के बाद 1500 से ज्यादा सैंपल हो रहे हैं।

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