नौतपा के भी कम ही तपने की संभावना: अरब सागर में सक्रिय ताउते तूफान का असर इंदौर में भी, सुबह से बादल छाए, उमस ने किया परेशान, आने वाले दिनों में 41 डिग्री तक जा सकता पारा

नौतपा के भी कम ही तपने की संभावना: अरब सागर में सक्रिय ताउते तूफान का असर इंदौर में भी, सुबह से बादल छाए, उमस ने किया परेशान, आने वाले दिनों में 41 डिग्री तक जा सकता पारा


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इंदौर18 मिनट पहले

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शनिवार काे दिन की शुरुआत बादलाें के साथ हुई। ऐसा ही मौसम अगले 7 दिनों तक रहने वाला है। बादलों की आवाजाही के बीच कहीं-कहीं हलकी बारिश भी हो सकती है। लेकिन उमस की वजह से तापमान में इजाफा होगा। आने वाले सात दिन तापमान इस सीजन और महीने के उच्चतम स्तर यानी 41 डिग्री या उससे ज्यादा भी हो सकता है। यह सब होगा अरब सागर में ताउते नाम के तूफान के सक्रिय होने से। मध्य प्रदेश में भी इसका असर दिखाई देगा।

मई आधा बीत गया है, लेकिन इन बीते 14 दिन में एक बार भी अधिकतम तापमान औसत से ज्यादा रिकॉर्ड नहीं हुआ, बल्कि 9 दिन तापमान सामान्य से 1 से 2 डिग्री तक कम ही रहा। लगातार पारा 39 डिग्री के आसपास बना हुआ है। 11 मई को सिर्फ 40 डिग्री पर पारा पहुंचा था। शुक्रवार को भी दिन का पारा 39 डिग्री रही। वहीं, रात को तापमान 26.4 डिग्री रिकार्ड हुआ जो सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा रहा। इस पूरे महीने लगातार विक्षोभ सक्रिय होने से तापमान में ज्यादा वृद्धि नहीं हुई। मई के बाकी बचे दिनों में भी अरब सागर से नमी आने की वजह से बादल रहेंगे।

25 मई से नौतपा, वह भी सामान्य रहेगा
25 मई से शुरू हो रहे नौतपा, यानी रोहिणी नक्षत्र में भी इस बार ज्यादा तपन की उम्मीद नहीं है। तापमान औसत रहने के आसार हैं। 41 से 42 डिग्री के बीच तापमान रिकॉर्ड होगा। पिछले साल नौतपा के शुरुआती पांच दिन तापमान 39 डिग्री के आसपास ही रहा था। जून में पारा 41 डिग्री तक गया था।

केरल में 31 मई को पहुंच सकता है मानसून
मौसम विभाग की मानें तो केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून एक दिन पहले यानी 31 मई को पहुंच सकता है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को बताया कि आम तौर पर राज्य में मानसून 1 जून को दस्तक देता है, लेकिन इस बार इसके 24 घंटे पहले ही पहुंचने का अनुमान है। विभाग के मुताबिक, इस बार जून से सितंबर के बीच बारिश सामान्य रहने की ही संभावना है। इस साल सीजन में 96-104% बरसात होने की संभावना है। यह लगातार तीसरा साल है, जब IMD ने अच्छी बारिश की भविष्यवाणी की है। इससे पहले 2019-20 में भी सामान्य बारिश का अनुमान लगाया गया था।

22 मई के आसपास बंगाल की खाड़ी पहुंचेगा मानसून
मौजूदा अनुमान के मुताबिक, दक्षिणी-पश्चिमी मानसून 22 मई तक अंडमान के सागर तक पहुंचेगा। इसके चलते अरब सागर में चक्रवाती तूफान बनने की आशंका है। अरब सागर के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ मजबूत हो रहा है। ये 20 मई तक बंगाल की खाड़ी में और ज्यादा मजबूत होकर पहुंचेगा। इसकी वजह से बंगाल की खाड़ी और अंडमान में 21 मई से बारिश होगी। अंडमान और निकोबार तटों पर 22 मई तक पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग (IMD) की ओर से बताया गया कि देश में मानसून की शुरुआती बारिश दक्षिण अंडमान सागर से होती है और उसके बाद मानसूनी हवाएं उत्तर-पश्चिम दिशा में बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ती हैं।

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