शाहिद अफरीदी ने कहा कि वह स्थिति को संभालने के लिए गए थे और इस मामले में उनका हाथ नहीं था. (Twitter)
नई दिल्ली. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) ने उस घटना के बारे में बात की है, जब शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) को टीम साथी मोहम्मद आसिफ को बल्ले से मारने के लिए पाकिस्तान टीम से बाहर कर दिया गया था. इस घटना में दोषी पाए जाने के बाद अख्तर को घर भेज दिया गया था. अफरीदी ने कहा कि उस कुख्यात प्रकरण में उनका कोई हाथ नहीं था और वह केवल स्थिति को संभालने के लिए गए थे, जब उन्होंने अख्तर को गुस्से में देखा. अफरीदी ने समा के साथ एक वीडियो इंटरव्यू में कहा, ‘टीम के अंदर ऐसी चीजें तब होती हैं, जब आप अपने साथियों के साथ परिवार की तरह रहते हैं. कुछ लोग ऐसे होते हैं जो एक-दूसरे से मजाक कर सकते हैं और कुछ लोग जो नहीं कर सकते. इस घटना में मेरा हाथ नहीं था, मैं केवल स्थिति को बचाने के लिए अंदर गया था, जब मैंने शोएब को गुस्से में देखा.’
इसे भी पढ़ें, शोएब अख्तर ने टीवी पर शाहिद अफरीदी को क्यों कहा जाहिल, जानिए पूरा मामला उन्होंने कहा, ‘आसिफ ने एक मजाक में मेरा साथ दिया जिससे शोएब नाराज हो गए और यह सब हुआ. शोएब लेकिन दिल से बहुत अच्छे हैं. तमाम आक्रामकता दिखाने के बावजूद वह एक शानदार इंसान हैं. एक तेज गेंदबाज के लिए यह स्वाभाविक है.’अफरीदी साल 2007 में हुई उस घटना का जिक्र कर रहे थे, जब खबरें सामने आईं कि तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने अपने साथी मोहम्मद आसिफ को बल्ले से मारा था. बाद में रिपोर्टों की पुष्टि की गई और अख्तर को दक्षिण अफ्रीका में 2007 आईसीसी वर्ल्ड टी20 से वापस बुला लिया गया. अख्तर ने अपनी आत्मकथा ‘कन्ट्रोवर्सियली योर्स’ में इस घटना के बारे में बात की थी, जहां उन्होंने अफरीदी पर स्थिति को बढ़ाने का आरोप लगाया था.
इसे भी पढ़ें, अख्तर ने माना, ‘हां, मैंने मैदान पर खिलाड़ियों को गाली दी, गेंद से छेड़छाड़ भी की’ 46 टेस्ट, 163 वनडे और 15 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले अख्तर शोएब अख्तर ने लिखा, ‘अफरीदी स्थिति को बढ़ा रहे थे और मैंने उन दोनों पर बल्ला घुमाया. अफरीदी तो नीचे की तरफ हो गए, लेकिन आसिफ रास्ते से हट नहीं पाए, बल्ला उनकी जांघों पर लगा और वह गिर पड़े. मैंने आपा खो दिया था. मैंने कभी इस तरह का व्यवहार नहीं किया था, खासकर ड्रेसिंग रूम में.’