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मुरैना13 मिनट पहले
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कस्बे में ड्यूटी देते शिक्षक
- सुबह से निकलते हैं रात में घुसते हैं घर में, अगले दिन फिर ड्यूटी पर
मुरैना(पोरसा) कस्बे में बाजारों में शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। ये शिक्षक दिन भर मौजूद रहते हैं। शिक्षक दिन भर वीडियो बनाते हैं और उसे दण्डाधिकारी को देते हैं। 13 घण्टे की ड्यूटी में पूरे समय शिक्षक बाजारों में खड़े रहते हैं और पानी तक को तरस रहे है।
शिक्षकों ने बताया कि वे सुबह घर से खाना खाकर चलते हैं, लेकिन जहां ड्यूटी लगाई गई है वहां पानी तक नहीं मिलता है। पूरे दिन में एक चाय तक के लिए तरस जाते हैं। जिला प्रशासन ने उनके लिए चाय तक की व्यवस्था नहीं की है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस बल के लिए थानों से खाना-पानी आदि सभी कुछ आ जाता है।
13 घण्टे तक लगातार कर रहे ड्यूटी
शिक्षकों ने बतााया कि वे सुबह-7 बजे से लेकर रात 8 बजे तक लगातार ड्यूटी कर रहे हैं। 13 घण्टे की ड्यूटी के दौरान उन्हें पानी व चाय आदि की भी जरूरत पड़ती है। समूचा बाजार बंद रहता है, जिसकी वजह से उन्हें दोपहर में चाय-नाश्ता तो अलग, यहां तक कि पानी तक नहीं मिलता है। कस्बे के खंडा रोड पर देशराज कौशल, पूरन रजक, सब्जी मंडी रोड पर विनोद कौशल, रामसेवक शाक्य, अटेर रोड पर राजेश सिंह तोमर, दीवान पाठक, बृज किशोर ओझा आदि ड्यूटी कर रहे हैं। इन सभी शिक्षकों की एक ही दरकार है कि अगर िजला प्रशासन उन्हें चाय-पानी की व्यवस्था करा दे, तो उनकी ड्यूटी थोड़ा आसान हो जाएगी।
धूप में खड़े होने तक की नहीं जगह
शिक्षकों की माने तो बाजारों में खड़े होने तक की व्यवस्था नहीं है। मई माह की इस भरी दोपहर में शिक्षक बाजारों में छांव तलाशते घूमते हैं, जहां वे बैठ सकें। इसके अलावा दिन भर उन्हें बाजारों में घूमना पड़ता है, जिससे वे शटर उचकाकर दुकान खोलने वालों का वीडियो बना सकें।
कहते हैं प्रशासनिक अधिकारी
इस संबंध में जब कस्बे के तहसीलदार राजकुमार नागोरिया से बात की, तो उनका कहना है कि चाय नाश्ता भोजन की व्यवस्था करना नगरपालिका की जवाबदारी है। अगर नगर पालिका नहीं कर रही है तो मैं देखता हूं ।
कहते हैं सीएमओ…
इस संबंध में सीएमओ अमजद गनी का कहना है, कि हम व्यवस्था अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से करवाने जा रहे हैं।