- Hindi News
- Local
- Mp
- Indore
- Recovery Rate Which Was Earlier 80 Per Cent; This Week Was 120 Percent, Remedysevir Shortage Came To An End More Than 10 Thousand
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
इंदौर2 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
कोरोना को हराकर एमवायएच परिसर स्थित चेस्ट सेंटर से युवक डिस्चार्ज हुआ तो उसकी खुशी का ठिकाना न रहा। उसने इस तरह खुशी का इजहार किया।
- 7 दिन में नए मरीजों से ज्यादा स्वस्थ की संख्या
- अस्पतालों में बेड मिल रहे, ऑक्सीजन की आपूर्ति जारी
मार्च के अंत से अभी तक 50 दिन के कोविड दौर में अब राहत के संकेत मिलने लगे हैं। अस्पतालों में बेड मिल रहे हैं। ऑक्सीजन का स्टोरेज है और आपूर्ति लगातार जारी है। दो दिन में दस हजार से ज्यादा रेमडेसिविर आने से फिलहाल किल्लत खत्म हुई है। इन सबकी एक बड़ी वजह है कि एक सप्ताह में स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या नए कोविड मरीजों से ज्यादा है।
9 से 15 मई के दौरान सात दिन में कुल 9 हजार 419 नए कोविड मरीज सामने आए हैं, वहीं 11 हजार 359 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इस तरह रिकवरी दर जो पहले 80 फीसदी के करीब थी, वह इस सप्ताह 120 फीसदी रही। एक्टिव मरीज भी 15 हजार के नीचे आ गए जो पहले 18 हजार के पार हो गए थे, लेकिन दस फीसदी से नीचे पॉजिटिव दर आने पर ही स्थिति ठीक और पांच फीसदी और इसके नीचे आने पर बेहतर मानी जाएगी। डब्ल्यूएचओ के मानकों के हिसाब से पॉजिटिव दर पांच फीसदी और इससे नीचे होने पर ही संक्रमण नियंत्रण में माना जाता है।
आंखों के मरीज ज्यादा, एसो. ने ऑप्टिकल स्टोर खोलने की मंजूरी मांगी
इंदौर डिविजनल ऑप्टोमेट्रिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने संभागायुक्त को पत्र लिख ऑप्टिकल स्टोर खोलने की अनुमति मांगी है। अध्यक्ष शैलेंद्र वैष्णव ने बताया यह भी मेडिकल इमरजेंसी है। हमें भी आंखों की जांच करने और इससे संबंधित कामों की अनुमति दी जाए। इंदौर में आंखों के मरीजों की तादाद ज्यादा है। हमें बड़ी संख्या में फोन आ रहे हैं। लोग अब ऑनलाइन वर्क अधिक करते हैं, जिसका असर आखों पर ज्यादा पड़ता है। उज्जैन में अनुमति मिल चुकी है।
स्वस्थ मरीजों को कॉल सेंटर से दी जाएगी ब्लैक फंगस की जानकारी
ब्लैक फंगस के लगातार बढ़ते मरीजों को देखते हुए तय किया है कि कॉल सेंटर बनाकर विशेष टीम रखी जाएगी। यहां से स्वस्थ हो चुके मरीजों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली जाएगी। सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि इस संबंध में कलेक्टर से बात हो चुकी है। इसी सप्ताह व्यवस्था शुरू हो जाएगी। इसमें मरीजों को इस बीमारी के लक्षण बताए जाएंगे। कुछ भी समस्या आने पर डॉक्टर से संपर्क करने का कहा जाएगा और अन्य जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस व्यवस्था से प्रारंभिक स्तर पर ही बीमारी की पहचान हो जाएगी और उपचार शुरू हो जाएगा।
लेकिन नई चुनौती भी ब्लैक फंगस : लेकिन अब पोस्ट कोविड मरीजों में ब्लैक फंगस की बीमारी ने नई चुनौती पैदा कर दी है। इसके लगातार मरीज सामने आ रहे हैं और इसकी दवा भी बाजार में नहीं है।