bhopal.सिंधी कम्युनिटी हॉल ईदगाह हिल्स में निशुल्क एंटीबाडी टेस्ट के शिविर लगाया गया था.
Bhopal News: कोरोना संक्रमित होने के 1 से 3 महीने बाद बॉडी ऐसी एंटीबॉडीज प्रोड्यूस करती है, जो भविष्य में उसे इंफेक्शन से बचाने का काम करती है. इस लिहाज से कोरोना पॊजिटिव रहे लोगों को प्लाज्मा कई संक्रमितों की जिंदगी बचा सकता है.
क्या है एंटीबॉडी जांच… हमीदिया अस्पताल ब्लड बैंक से आए डॉक्टर ने बताया कि यह एक साधारण खून की जांच है. इसमे हमें पता चलता है कि कोरोना होने के 1 से 3 महीने बाद कोरोना के इंफेक्शन से लड़ाई के बाद बॉडी ऐसी एंटीबॉडीज प्रोड्यूस करती है जो भविष्य में उसे इंफेक्शन से बचाने का काम करती है. शरीर में एंटीबॉडी का लेवल पता लगने के बाद न सिर्फ ये अंदाजा लगा सकते हैं कि इम्युनिटी आपका कितना बचाव कर रहा है. बल्कि ये प्लाज़्मा डोनेट करने में भी मददगार हो सकता है. कोरोना होने के पश्चात एंटीबाडी ब्लड टेस्ट(Antibodies Blood Test) करवाना अनिवार्य माना गया है. लगाएंगे प्लाज्मा डोनेशन कैंप गुरुनानक मंडल के अध्यक्ष राकेश कुकरेजा ने कहा कि हमने सिंधी कम्युनिटी हॉल ईदगाह हिल्स में निशुल्क एंटीबाडी टेस्ट के शिविर लगाया. इसमें लोगों ने आकर अपना एंटीबाडी का टेस्ट करवाया. 85 लोगों ने प्लाज़्मा डोनेट के लिए अपनी सहमति प्रदान की. अब 2 से 3 दिन में प्लाज़्मा डोनेशन कैम्प लगाकर इन लोगों से प्लाज्मा डोनेट करवाया जाएगा.