कैसे हारेगा कोरोना! MP में गांव में रहने वाले 5 करोड़ लोगों में से 1.44 लाख में सर्दी-जुकाम के लक्षण, सिर्फ 38 हजार की जांच

कैसे हारेगा कोरोना! MP में गांव में रहने वाले 5 करोड़ लोगों में से 1.44 लाख में सर्दी-जुकाम के लक्षण, सिर्फ 38 हजार की जांच


मध्‍य प्रदेश में 22 लाख 700 ग्राम पंचायतें हैं.

मध्‍य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 22 लाख 700 ग्राम पंचायतों में 5 करोड़ 21 लाख लोग रहते हैं, लेकिन कोरोना के कहर के बीच अब तक सिर्फ 38399 लोगों के सैंपल लिए गए हैं. जबकि 1.44 लाख लोग सर्दी, जुकाम और बुखार जूझ रहे हैं.

भोपाल/ रीवा. मध्‍य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) की तमाम कोशिशों के बाद भी कोरोना पर अभी काबू नहीं हो पा रहा है. हालांकि पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी जरूर देखने को मिली रही है. वहीं, ग्रामीण इलाकों में सरकार कवायद नाकाफी साबित हो रही है. इस बीच कांग्रेस ने कई बार ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना जांच बढ़ाने की मांग भी उठाई है. यही नहीं, जब सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने पूर्व सीएम कमलनाथ से फोन पर कोरोना को लेकर सुझाव मांगा तो उन्‍होंने कहा था कि गांव में कोरोना जांच तेज करनी चाहिए, तभी महामारी पर काबू पाया जा सकेगा. वैसे अभी ग्रामीण क्षेत्रों में जांच का दायरा सीमित है और मध्‍य प्रदेश के रीवा से बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दरअसल रीवा के सिरमोर की ग्राम पंचायत खड्डा निवासी रामफल कुछ दिन पहले महाराष्‍ट्र से अपने गांव आए थे. उनके मुताबिक, गांव में अब तक कई लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं, लेकिन यहां क्‍वारंटाइन सेंटर और कोरोना जांच की कोई सुविधा नहीं है. जबकि सर्दी, जुकाम और खांसी से पीड़ित मरीजों के लिए दवाइयां भी उपलब्‍ध नहीं है. हैरानी की बात है कि पंचायत के दर्पण पोर्टल पर खड्डा गांव में कोरोना रिकॉर्ड में दूसरे राज्‍यों से लौटे श्रमिकों की संख्‍या भी जीरो है. वैसे अब तक गांव में 12 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, लेकिन 17 मई तक एक भी सैंपल जांच के लिए नहीं गया है. जबकि अब तक सिर्फ दो लोगों ने वैक्‍सीन की पहली डोज लगवाई है. ऐसा है मध्‍य प्रदेश के 52 जिलों का हाल वैसे रीवा के सिरमोर की ग्राम पंचायत खड्डा जैसा ही हाल पूरे प्रदेश का है. मध्‍य प्रदेश सरकार के पंचायत एंव ग्रामीण विकास विभाग के पोर्टल डेटा के रिकॉर्ड से पता चलता है कि गांव में 17 मई तक 1,44,668 लोगों में कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए गए. अब तक 39399 मरीजों का सैंपल लिया गया है, जिसमें से 21883 पॉजिटिव मिले हैं. जबकि अभी तकरीबन एक लाख लोग सैंपल देने की कतार में शामिल हैं.यही नहीं, मध्‍य प्रदेश में कोरोना अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा को ग्रामीण इलाकों में घर घर पहुंचने का आदेश दिया गया है, लेकिन अभी भी इससे बहुत सारे गांव अछूते हैं. इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में कोरोना वैक्‍सीनेशन का काम भी बहुत धीमे चल रहा है. सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, मध्‍य प्रदेश में अब तक 26,286 ग्रामीणों का वैक्‍सीनेशन हुआ है, जिसमें से 23,003 को पहली डोज, तो 3,283 लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है. इससे भी अधिक हैरानी की बात ये है कि अब तक मध्‍य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूद 5 करोड़ से अधिक आबादी में से सिर्फ 38 हजार लोगों के सैंपल लिए गए हैं. >>मध्‍य प्रदेश में 22 लाख 700 ग्राम पंचायतें हैं. >>इन ग्राम पंचायतों में 5 करोड़ 21 लाख लोग रहते हैं.
>>सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना जांच के तहत अब तक 30 दिन में 38399 सैंपल लिए हैं. साफ है कि 1357 लोगों के बीच महज एक सैंपल लिया गया है.







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