हजारों लोग ऐसे हैं जिन्हें अभी इसलिए सेकंड डोज नहीं लगा है क्योंकि कोविन पोर्टल और आरोग्य ऐप पर उन्हें परमिशन नहीं मिल रही है.
भोपाल. पहले कोरोना (Corona) से परेशान और अब कोरोना वैक्सीन (Vaccine) को लेकर दिक्कत. आधी आबादी वैक्सीन की पहली डोज के लिए परेशान है और बाकी वो लोग जिन्हें पहली डोज तो लग चुकी है लेकिन दूसरी का अता पता नहीं है. इसकी वजह कोई तकनीकी खामी है जिसकी वजह से उनके रजिस्ट्रेशन में मोबाइल फोन नंबर और आधार कार्ड नंबर दर्ज नहीं है. इसलिए पहली डोज तो लग गयी लेकिन दूसरी डोज के लिए मैसेज ही नहीं आ रहा है. माना जा रहा है इस गड़बड़ी की वजह स्वास्थ्य विभाग का डाटा एंट्री करने वाला स्टाफ की लापरवाही जिम्मेदार है. हजारों लोग ऐसे हैं जिन्हें अभी इसलिए सेकंड डोज नहीं लगा है क्योंकि कोविन पोर्टल और आरोग्य ऐप पर उन्हें परमिशन नहीं मिल रही है. जब वह अपना मोबाइल नंबर और आधार नंबर स्लॉट बुक करने के लिए डाल रहे हैं तो सेकंड डोज लगाने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है. इसके पीछे वजह बताई जा रही है कि सिस्टम में मोबाइल नंबर और आधार नंबर या तो गलत डाला है या फिर उसे अपलोड ही नहीं किया गया.
स्टाफ की लापरवाही इसके पीछे सबसे बड़ी लापरवाही स्वास्थ विभाग के डाटा एंट्री करने वाले कर्मचारियों की है. मोबाइल नंबर और आधार नंबर नहीं होने की वजह से पोर्टल सेकंड डोज की परमिशन नहीं दे रहा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है इस संबंध में जिस सेंटर पर पहला डोज लगा है उस सेंटर पर जाकर संपर्क करें. वहीं पर दूसरा डोज लग जाएगा. लेकिन उन सेंटर पर भी कर्मचारियों ने हाथ खड़े कर दिए हैं क्योंकि उनके सिस्टम में सेकंड डोज को लेकर अनुमति नहीं दी जा रही है. ऐसे में यदि किसी व्यक्ति को दिक्कत आए तो वह सीधे जेपी अस्पताल परिसर में स्थित सीएमएचओ कार्यालय और टीकाकरण केंद्र में संपर्क कर सकता है.
पहले डोज का सर्टिफिकेट नहीं मिला कटारा हिल्स में रहने वाले रहमान खान ने बताया कि उन्होंने पहला डोज लगवाया था लेकिन अभी तक कोई मैसेज नहीं आया है. अब दूसरे डोज का समय आ चुका है. ऐसे में मैसेज के जरिए सर्टिफिकेट नहीं मिलने की वजह से सेंटर पर उन्हें दूसरा डोज नहीं मिल पा रहा है. जिन्हें पहला डोज लग चुका है वो अब दूसरे डोज के लिए परेशान हैं. अभी तक दूसरे डोज के लिए कोविशील्ड की समय सीमा 42 दिन थी लेकिन अब शासन ने इस को बढ़ाकर 56 दिन कर दिया है.
दस्तावेज देने के बाद भी गड़बड़ी… नवजीवन कॉलोनी निवासी विक्रम कुशवाह का कहना है पहली वैक्सीन के समय वैक्सीन सेंटर पर कर्मचारियों को उनके इलाके के कई लोगों ने दस्तावेज भी दिए थे. दस्तावेज में आधार कार्ड और उनका मोबाइल नंबर दिया था. लेकिन इसके बावजूद उनके मोबाइल पर पहले डोज लगने का मैसेज नहीं आया. अब लोग इस बात को लेकर परेशान हैं कि उन्हें दूसरा डोज कैसे लगेगा.