प्रतीकात्मक तस्वीर
मध्य प्रदेश की भिंड पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार कर उसकी कार भी ज़ब्त की जिस पर लोागों को धोखा देने के लिए फर्जी तौर पर न्यायाधीश लिखा हुआ था. पूछताछ में इस शख्स की दिलचस्प कहानी सामने आई.

फर्ज़ी जज बनकर घूमने वाला गिरफ्तार शख्स दीपक भदौरिया.
पुलिस कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी इसलिए पिछले तीन साल की सिविल जजों की नियुक्तियों और पोस्टिंग संबंधी जानकारी जुटाई. ऐसी किसी लिस्ट में उसका नाम नहीं था. इस नाम का कोई जज भिंड जिले में पदस्थ होना नहीं पाया गया. यह सब पुष्टि होने के बाद पुलिस ने दीपक को पकड़ा और पूछताछ की तो उसने जज बनने के सारे राज़ खोल दिए.
क्या है इस धोखेबाज़ की कहानी? दीपक भदौरिया ने जैसा पुलिस को बताया, उसके मुताबिक अपनी बीमार मां की तसल्ली के लिए उसने यह ड्रामा किया. जबलपुर से एडवोकेट की डिग्री के बाद कानपुर में रहकर सिविल जज की पढ़ाई की. उसके पिता ने काफी पैसा खर्च किया ताकि वह जज बन सके लेकिन यह सपना पूरा नहीं हो सका. तबसे उसने इस झूठ के ज़रिए जीना शुरू कर दिया था.