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भारतीय मिडफील्डर इंदुमति काथिरेसन (Indumati Kathiresan) ने बताया कि वह कभी-कभी अपनी मां को फोन करके रोती थीं. उन्होंने कहा कि मां वापस घर आने के लिए कहती लेकिन वह जानती थी कि ऐसा नहीं कर सकती. इंदुमति ने कहा कि…और पढ़ें
तमिलनाडु की फुटबॉलर इंदुमति भाषा के कारण पहले अपनी टीम की किसी भी साथी से सही से संवाद नहीं कर पाती थीं. (Instagram)
कोच्चि. मिडफील्डर इंदुमति काथिरेसन (Indumathi Kathiresan) को भारतीय महिला टीम के साथ शुरुआती दिनों में भाषा के कारण मैदान में आपसी संवाद में काफी जूझना पड़ा. इंदुमति का मानना है कि आगामी एएफसी एशियाई कप में यही सफलता के लिए अहम होगा. भारत 20 जनवरी से 6 फरवरी तक महाराष्ट्र के तीन स्थलों में इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा. अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अनुसार इंदुमति ने कहा, ‘जब आप मिडफील्ड पर खेलते हो तो मैदान पर आपसी संवाद काफी अहम होता है.’
इंदुमति ने कहा, ‘मुझे काफी बदलना पड़ा. सभी कोचों ने मुझसे कहा कि मुझे अन्य खिलाड़ियों से बात करने की जरूरत है क्योंकि फुटबॉल ऐसा खेल है जिसमें संवाद जरूरी है. इसलिए मैंने सीखना शुरू किया और अब मैं ऐसा कर सकती हूं.’ तमिलनाडु पुलिस की सब इंस्पेक्टर इंदुमति ने कभी नहीं सोचा था कि वह एक दिन एएफसी महिला एशियाई कप जैसे टूर्नामेंट में भारतीय टीम की ओर से खेलेंगी.