Bhopal News : ‘लोग सुरक्षित अपने घर लौट सकें’, कांग्रेस नेता ने की 90 डिग्री वाले रेलवे ओवरब्रिज पर पूजा

Bhopal News : ‘लोग सुरक्षित अपने घर लौट सकें’, कांग्रेस नेता ने की 90 डिग्री वाले रेलवे ओवरब्रिज पर पूजा


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Bhopal News : भोपाल के ऐशबाग में बने नए रेलवे ओवरब्रिज का 90 डिग्री मोड़ चर्चा में है. कांग्रेस नेता मनोज शुक्ला ने इसे भ्रष्टाचार का नमूना बताते हुए पूजा-पाठ कराया और जांच की मांग की. उन्‍होंने कहा कि मैं चाहत…और पढ़ें

भोपाल में बने रेलवे ओवर ब्रिज को 90 डिग्री वाला बताया जा रहा है.

हाइलाइट्स

  • कांग्रेस नेता ने 90 डिग्री ओवरब्रिज पर पूजा की.
  • शुक्ला ने पुल को भ्रष्टाचार का नमूना बताया.
  • ओवरब्रिज की जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग.

रमाकांत दुबे
भोपाल. 
ऐशबाग में बना नया रेलवे ओवरब्रिज इन दिनों चर्चा में है- लेकिन किसी तकनीकी कमाल के लिए नहीं, बल्कि उस खतरनाक मोड़ के लिए, जिसे लोग ’90 डिग्री का मोड़’ कह रहे हैं. कांग्रेस नेता मनोज शुक्ला ने इसी मोड़ को लेकर आज विरोध जताते हुए खास पूजा-पाठ कराया. उनका कहना है कि “उद्घाटन से पहले पूजा जरूरी है, ताकि कोई दुर्घटना ना हो और लोग सुरक्षित अपने घर लौट सकें.” मनोज शुक्ला आरओबी की संरचना पर सवाल उठाते हुए बोले—”यह पुल इंजीनियरिंग का नहीं, भ्रष्टाचार का नमूना है. रेलवे और पीडब्ल्यूडी की मिलीभगत से बनाया गया ये अद्भुत ब्रिज लोगों की जान जोखिम में डालने वाला है.”

शुक्ला ने कहा कि ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज पर जिस तरह का तीखा मोड़ बनाया गया है, वह दुर्घटनाओं को न्योता देने जैसा है. उन्होंने इस पुल को ‘90 डिग्री मोड़ वाला भ्रष्टाचार’ करार देते हुए चेताया कि “सरकारी लापरवाही का खामियाजा भोपाल की आम जनता को अपनी जान देकर चुकाना पड़ सकता है.” मूल रूप से 425 मीटर लम्बे पुल की शुरुआती योजना 2017 में बनी थी। मेट्रो और ज़मीन विवादों ने इसे विस्तारित कर 645–648 मीटर का कर दिया, और लागत ₹8.39 करोड़ से बढ़कर लगभग ₹18–20 करोड़ तक पहुंच गई. रिटायर्ड चीफ इंजीनियर वी. के. अमर ने चेतावनी दी कि मोड़ के पहले कम से कम 100 मीटर तक घुमाव होना चाहिए ताकि ड्राइवर को तैयार रहने का समय मिले.

सुरक्षा के लिए यज्ञ और प्रार्थना
पूजन स्थल पर मौजूद कई पंडितों ने हवन, मंत्रोच्चार और विशेष प्रार्थनाएं कीं, ताकि भविष्य में कोई दुर्घटना ना हो. मनोज शुक्ला बोले—”मैं चाहता हूं कि जो भी इस पुल से गुजरे, वह सुरक्षित अपने घर पहुंचे. इस पुल का डिज़ाइन देखकर डर लगता है.” रेलवे केवल रेल लाइनों के ऊपर के हिस्से के निर्माण के लिए जिम्मेदार है; वहीं एप्रोच रोड और मोड़ की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी की है। दोनों के बीच समन्वय में खामियां आई हैं. राज्य सरकार नियमित निरीक्षण और तकनीकी समीक्षा शुरू कर चुकी है.

जनता के पैसों से बना ‘जनता के लिए खतरा’
कांग्रेस नेता का आरोप है कि इस ब्रिज की डिज़ाइन में जानबूझकर लापरवाही की गई, ताकि भ्रष्टाचार के रास्ते कुछ जेबें भर सकें. उन्होंने मांग की कि इस पूरे प्रोजेक्ट की जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. भोपाल का ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज फिलहाल विवादों में है. इस ब्रिज की सबसे बड़ी चिंता 90 डिग्री का तीखा मोड़ है, जिसे देखकर लोग इसे ‘हादसों को न्योता’ कह रहे हैं. स्थानीय नेताओं और इंजीनियरों का दावा है कि यह मोड़ वाहन चालकों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है, खासकर रात या बारिश के समय यहां अतिरिक्‍त सावधानी बरतनी पड़ेगी.

Sumit verma

सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्‍थानों में सजग जिम्‍मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प…और पढ़ें

सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्‍थानों में सजग जिम्‍मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प… और पढ़ें

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‘लोग सुरक्षित घर लौट सकें’, कांग्रेस नेता ने की 90 डिग्री वाले ब्रिज पर पूजा



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