जहां पैसे नहीं, पेड़ होते हैं जमा! बालाघाट में चल रहा है अनोखा ट्री बैंक, जानिए कैसे करता है काम

जहां पैसे नहीं, पेड़ होते हैं जमा! बालाघाट में चल रहा है अनोखा ट्री बैंक, जानिए कैसे करता है काम


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Balaghat News: बालाघाट के वारासिवनी में चल रहा है देश का अनोखा ट्री बैंक, जहां लोग मुफ्त में पेड़ जमा और निकाल सकते हैं. नीम, आम, पीपल जैसे पेड़ यहां लगाए जा रहे हैं. ये पहल 15 साल से चल रही है.

हाइलाइट्स

  • बालाघाट में अनोखा ट्री बैंक, मुफ्त में पेड़ जमा और निकाल सकते हैं.
  • नीम, आम, पीपल जैसे पेड़ ट्री बैंक में उपलब्ध हैं.
  • 15 साल से चल रही पहल, 18 हजार पौधे लगाए गए.

बालाघाट. दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन के गंभीर परिणाम सामने आ रहे हैं. अब गर्मी भी हर साल रिकॉर्ड तोड़ रही है. ऐसे में हर कोई प्रकृति को बचाने और पर्यवरण संतुलन पर चर्चा कर रहा है. अब इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए लोग वृक्षारोपण को रास्ता मान रहे हैं. दरअसल, बालाघाट जिले के वारासिवनी शहर में एक सामाजिक संगठन ने अनोखी पहल शुरू की है. ऐसे में ये पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया है. जानिए क्या है पूरा मामला…

ये पैसों का नहीं पेड़ों का है बैंक
आपने पैसों के लेन-देन वाले बैंक या ब्लड बैंक के बारे में जरूर सुना होगा, लेकिन शायद ही ट्री-बैंक के बारे में सुना होगा. दरअसल, जनपद पंचायत वारासिवनी में एक ट्री-बैंक शुरू किया है. इसमें जरूरतमंद लोग पेड़ विड्रॉल करने आते हैं. वहीं, लोग इस नर्सरी यानी ट्री-बैंक में पेड़ डिपाजिट करने भी आते हैं. खास बात ये है कि इस बैंक में ट्रांजैक्शन के लिए कोई चार्ज भी नहीं लगते हैं. ऐसे में यहां पर पर्यावरण प्रेमी लगातार आते जाते हैं.

ट्री बैंक में है कई प्रजाति के पेड़
जनपद पंचायत वारासिवनी की सीईओ दीक्षा जैन ने बताया कि बीते एक साल से जनपद पंचायत परिसर में बीते एक साल से ये ट्री बैंक चल रहा है. जो जून-जुलाई में संचालित होती है. इसमें नीम, आम, पीपल सहित कई फलदार और छायादार पौधे रखे गए है. इनमें सैंकड़ों लोग आकर पेड़ जमा करते हैं और ले जाते हैं. इसमें एक रजिस्टर के माध्यम इसका लेखा-जोखा रखा जाता है.

शहर के इन जगहों पर लग रहे पेड़
वारासिवनी के पर्यावरण प्रेमी और जागरूक नागरिक ट्री बैंक से पेड़ ले जाकर शहर के अलग-अलग स्थानों पर वृक्षारोपण कर रहे है. इसमें कोई बस स्टैंड तो श्मशान घाट और स्कूल में वृक्षारोपण कर रहे हैं. वहीं, जहां जगह मिलती है. वहां पर वृक्षारोपण कर रहे है. ऐसे में सार्वजनिक जगहों पर पेड़ लगाने से लोगों को इसकी छाव का लाभ होगा और ऑक्सीजन मिलेगी.

15 सालों से चल रही ये पहल
शहर के 5 युवाओं ने इस पहल को करीब 15 साल पहले शुरू किया था. इस दौरान करीब 18 हजार पौधों का रोपण किया जा चुका है. खास बात ये है कि इन पौधों को बड़ा करना में भी मेहनत कर रहे है. इस पहल को शुरू करने का उद्देश्य गिरते जल स्तर और बढ़ते तापमान है. वहीं, लगातार जलस्तर भी गिर रहा है. ऐसे में इन सभी समस्याओं का एक ही निवारण है और वो है वृक्षारोपण. ऐसे में ये पहल हर शहर हर गांव में शुरू करनी चाहिए.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें

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