खरगोन. बरसात का मौसम आते ही जहां एक तरफ चिलचिलाती गर्मी से राहत मिलती है, वहीं दूसरी तरफ आकाशीय बिजली का खतरा भी बढ़ जाता है. हर साल देशभर में सैकड़ों लोग इसकी चपेट में आकर जान गंवा देते हैं. कई बार लोग घर के अंदर भी सुरक्षित नहीं होते क्योंकि बिजली दीवारों, पाइपों और इलेक्ट्रॉनिक चीजों से भी गुजर सकती है. ऐसे में जरूरी है कि बारिश के दौरान कुछ जरूरी सावधानियां बरती जाएं. इसी बारे में बात करते हुए मध्य प्रदेश के खरगोन के सीएमएचओ डॉ एमएस सिसोदिया लोकल 18 को बताते हैं कि पहाड़ी इलाकों में पेड़ों के पास रहना बेहद खतरनाक हो सकता है. वहीं मैदानी इलाकों में कच्चे मकान, बिजली की तारें, कांच की दीवारें या जर्जर इमारतें भी बिजली गिरने की संभावना बढ़ा देती हैं. अगर घर में शीशे की खिड़कियां हैं, तो उनके पास खड़े होने से भी बचाना चाहिए.
1- अगर आप घर के अंदर हैं और बारिश के साथ बिजली भी चमक रही है, तो सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें.
2- वायर वाले टेलीफोन का इस्तेमाल बिल्कुल न करें क्योंकि ये बिजली को सीधा खींच सकते हैं.
3- घर की खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें और उनसे दूर रहें. कई लोग बरामदे या गैलरी में खड़े होकर बारिश का मजा लेते हैं लेकिन यह खतरनाक हो सकता है.
4- बिजली गिरने के दौरान न तो बरामदे में खड़े हों और न ही बालकनी में टहलें.
5- कोशिश करें कि आप घर के एक सुरक्षित हिस्से में रहें और धातु से बनी चीजों से दूर रहें.
घर के अंदर क्या नहीं करें?
1- बिजली का असर पानी के माध्यम से भी हो सकता है, इसलिए बारिश के समय नल का पानी न चलाएं.
2- बाथरूम या किचन की धातु की पाइपों को छूने से बचें.
3- अगर आप किसी बहुमंजिला इमारत में रहते हैं, तो इस दौरान लिफ्ट का प्रयोग न करें.
4- लाइट कटने या बिजली गिरने की स्थिति में लिफ्ट फंस सकती है, जिससे जान का खतरा बढ़ जाता है.
5- सीढ़ियों का उपयोग करें और बच्चों को भी इसकी जानकारी जरूर दें.
अगर आप बारिश के दौरान घर के बाहर हैं, तो सबसे पहले किसी मजबूत छत वाले मकान में शरण लें लेकिन अगर ऐसा कोई ठिकाना पास में नहीं है और आप पूरी तरह खुले में हैं, तो जमीन पर बिल्कुल भी न लेटें. दोनों पैरों को जोड़कर उकड़ू होकर बैठ जाएं, अपने सिर को नीचे झुकाकर छाती से लगाएं और दोनों कानों को हाथों से ढक लें. यह तरीका बेहद कारगर माना जाता है.
खुले मैदानों, खेतों या किसी ऊंची जगह पर अगर आप अकेले हैं, तो पेड़, बिजली के खंबे, मोबाइल टावर या किसी भी ऊंची धातु की चीज से दूर हो जाएं. बहुत से लोग बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खड़े हो जाते हैं लेकिन यहीं सबसे ज्यादा मौतें होती हैं. बिजली सबसे पहले ऊंची और नमी वाली जगहों पर ही गिरती है. ऐसे में पेड़, खंबे और खुले मकान खतरे की सबसे बड़ी वजह बनते हैं.
नदी-तालाबों से दूरी बनाएं
बरसात के दौरान तालाब, झील, नदी, स्विमिंग पूल जैसी जगहों पर जाना बिल्कुल भी ठीक नहीं है. पानी बिजली का सबसे अच्छा चालक होता है. अगर आप नाव में हैं, तो तुरंत किनारे आ जाएं. किसी भी धातु से बनी वस्तु जैसे छाता, बेलचा, मोबाइल या लोहे का औजार अपने पास न रखें. इससे बिजली सीधे आप तक पहुंच सकती है.
किसी पर बिजली गिरे, तो क्या करें?
एक्सपर्ट बताते हैं कि अगर किसी व्यक्ति पर आकाशीय बिजली गिर जाए, तो सबसे पहले उसे जमीन पर लिटा दें और जली हुई जगह को ढक दें. अगर वह सांस नहीं ले रहा है, तो तुरंत CPR दें और प्राथमिक इलाज करते हुए नजदीकी अस्पताल ले जाएं. ऐसे मरीजों को वक्त पर इलाज मिल जाए, तो उनकी जान बचाई जा सकती है.