हमीदिया कॉलेज विवाद: मस्जिद, लाउडस्पीकर-बाहरी आवाजाही पर उठे सवाल

हमीदिया कॉलेज विवाद: मस्जिद, लाउडस्पीकर-बाहरी आवाजाही पर उठे सवाल


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Bhopal News : भोपाल के हमीदिया महाविद्यालय में मस्जिद को लेकर छात्रों और फैकल्टी ने सुरक्षा और पढ़ाई में बाधा की शिकायत की है. मस्जिद पक्ष काे लेकर वक्‍फ का कहना है कि यह वक्फ संपत्ति है और 1961 से स्‍थापित है;…और पढ़ें

भोपाल के सरकारी कॉलेज में मस्जिद को लेकर विवाद हो रहा है.

हाइलाइट्स

  • छात्रों ने मस्जिद की आवाजाही से सुरक्षा पर सवाल उठाए
  • मस्जिद की तेज माइक आवाज से कक्षाओं में डिस्टर्बेंस
  • प्राचार्य ने छात्रों की चिंता को जायज बताया

शिवकांत आचार्य
भोपाल:
राजधानी भोपाल का प्रतिष्ठित हमीदिया महाविद्यालय इन दिनों एक नए विवाद की चपेट में आ गया है. कॉलेज परिसर में स्थित मस्जिद को लेकर छात्रों और फैकल्टी सदस्यों ने सुरक्षा, अनुशासन और पढ़ाई के माहौल पर सवाल खड़े किए हैं. छात्रों का आरोप है कि मस्जिद में नमाज के दौरान बाहरी लोगों की आवाजाही बढ़ जाती है, जिससे कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था कमजोर होती है और साथ ही क्लासरूम में पढ़ाई और परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्य बाधित होते हैं.

कॉलेज छात्रसंघ के अध्यक्ष आयुष प्रसाद शर्मा और अन्य छात्रों ने बताया कि दोपहर 1 बजे नमाज के वक्त मस्जिद से तेज माइक की आवाजें आती हैं, जिससे क्लासेस में डिस्टर्बेंस होता है. यह समस्या तब और बढ़ जाती है जब परीक्षाएं चल रही होती हैं. छात्रों ने कहा कि हमने प्राचार्य और जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष को भी यह शिकायत दी थी, जिसके बाद एक बार सर्वे कराया गया, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. छात्रों का यह भी कहना है कि बाहरी लोगों की मस्जिद तक पहुंच के लिए कॉलेज का मुख्य गेट खोला जाता है, जिससे छात्रों को सुरक्षा को लेकर डर बना रहता है. इसी वजह से कॉलेज प्रशासन को मुख्य गेट बंद करना पड़ा, और अब छात्रों को दूसरे, अधिक दूरस्थ गेट से आना-जाना पड़ता है, जिससे उन्हें असुविधा हो रही है.

फैकल्टी की चिंता: जगह की कमी और आयोजन में बाधा
कॉलेज की प्राचार्य डॉ. पुष्पलता चौकसे ने भी इस मुद्दे पर छात्रों की चिंता को जायज बताया. उन्होंने कहा कि जब कोई कार्यक्रम या परीक्षा होती है, तो मस्जिद में आने वाले लोगों की वजह से अनुशासन और आयोजन दोनों पर असर पड़ता है. उनका कहना है कि अगर यह जमीन कॉलेज की है, तो इसे हमें खेल मैदान के रूप में विकसित करने की अनुमति दी जानी चाहिए ताकि छात्रों को फायदा हो. डॉ. चौकसे ने यह भी कहा कि त्योहारों के समय जब भी भीड़ बढ़ती है, प्रशासन से विशेष सुरक्षा बल की मांग करनी पड़ती है, ताकि छात्रों और स्टाफ को किसी प्रकार की असुविधा न हो.

मस्जिद पक्ष की प्रतिक्रिया
वहीं, मस्जिद और वक्फ बोर्ड से जुड़े लोगों का कहना है कि यह मस्जिद 1961 में बनी थी और यह वक्फ संपत्ति है, जिसे राजपत्र में दर्ज भी किया गया है. उनका कहना है कि मस्जिद धार्मिक आस्था का केंद्र है और यह वर्षों से कॉलेज परिसर का हिस्सा रही है.

Sumit verma

सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्‍थानों में सजग जिम्‍मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प…और पढ़ें

सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्‍थानों में सजग जिम्‍मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प… और पढ़ें

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