MBA Course: बीए, बीबीए, बीकॉम, बीटेक.. किसी भी डिग्री के बाद कर लें 2 साल का यह कोर्स, बंपर होगी सैलरी

MBA Course: बीए, बीबीए, बीकॉम, बीटेक.. किसी भी डिग्री के बाद कर लें 2 साल का यह कोर्स, बंपर होगी सैलरी


नई दिल्ली (MBA Course Eligibility). एमबीए का फुल फॉर्म मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन है. देश के किसी भी मैनेजमेंट कॉलेज के एमबीए कोर्स में एडमिशन लेने के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है. कुछ स्टूडेंट्स 12वीं के बाद इंटीग्रेटेड एमबीए कोर्स में भी दाखिला लेते हैं. लेकिन फिलहाल कम ही कॉलेज इंटीग्रेटेड एमबीए कोर्स का विकल्प देते हैं. एमबीए करते ही विभिन्न सेक्टर्स में नौकरी हासिल कर सकते हैं. अनुभव के साथ आपकी सैलरी 25-30 लाख रुपये हो सकती है.

देश का टॉप मैनेजमेंट संस्थान आईआईएम (IIM) है. लेकिन आईआईएम में एडमिशन मिलना आसान नहीं है. इसके लिए कैट यानी कॉमन एडमिशन टेस्ट पास करना जरूरी है. यह देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में शामिल है. अगर आप आईआईएम में एडमिशन से चूक जाते हैं तो अन्य मैनेजमेंट कॉलेजों से भी एमबीए कर सकते हैं. बीबीए, बीए, बीटेक, बीसीए, बीकॉम.. यानी किसी भी कोर्स से ग्रेजुएशन करने के बाद एमबीए में एडमिशन लिया जा सकता है.

एमबीए में एडमिशन कैसे मिलेगा?

ज्यादातर मैनेजमेंट कॉलेज एमबीए में एडमिशन के लिए कैट या अन्य प्रवेश परीक्षाओं को वरीयता देते हैं. कुछ संस्थान खुद की प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं. जानिए एमबीए में एडमिशन कैसे मिलेगा-

स्टेप 1: किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन

भारत में ज्यादातर एमबीए प्रोग्राम्स के लिए न्यूनतम पात्रता किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से स्नातक डिग्री (कम से कम 50% अंकों के साथ) है.

सही कोर्स चुनें:

बीबीए (बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन): यह एमबीए की तैयारी के लिए बेस्ट है क्योंकि यह बिजनेस मैनेजमेंट, मार्केटिंग और फाइनेंस की बुनियादी समझ देता है.

बीकॉम (बैचलर ऑफ कॉमर्स): फाइनेंस, अकाउंटिंग या टैक्सेशन में रुचि हो तो यह अच्छा विकल्प है.

बीए/बीएससी/बीटेक: अगर आपकी रुचि नॉन-बिजनेस क्षेत्रों में है तो भी आप इन डिग्रियों के बाद एमबीए कर सकते हैं.

अवधि: स्नातक डिग्री 3-4 वर्ष की होती है.

टिप: अच्छे अंक (60% या अधिक) लाने की कोशिश करें क्योंकि IIM जैसे टॉप संस्थानों में ग्रेजुएशन के अंक मायने रखते हैं.

स्टेप 2: शुरू करें एमबीए प्रवेश परीक्षा की तैयारी

ज्यादातर एमबीए प्रोग्राम्स में एडमिशन के लिए निम्नलिखित राष्ट्रीय या संस्थान-विशिष्ट परीक्षाएं देनी होती हैं:

कैट (Common Admission Test): IIM और अन्य टॉप बिजनेस स्कूलों के लिए.

XAT (Xavier Aptitude Test): XLRI और अन्य संस्थानों के लिए.

मैट (Management Aptitude Test): विभिन्न निजी और सरकारी कॉलेजों के लिए.

सीमैट (Common Management Admission Test): AICTE से संबद्ध संस्थानों के लिए.

SNAP (Symbiosis National Aptitude Test): Symbiosis संस्थानों के लिए.

परीक्षा पैटर्न: इनमें क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड, वर्बल एबिलिटी, डेटा इंटरप्रिटेशन, लॉजिकल रीजनिंग और सामान्य ज्ञान जैसे खंड शामिल हैं.

तैयारी शुरू करें: स्नातक के दूसरे या तीसरे वर्ष से ही CAT/XAT जैसी परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दें. रोजाना 2-3 घंटे पढ़ाई करें.

मॉक टेस्ट: नियमित मॉक टेस्ट दें.

टिप: ग्रेजुएशन के दौरान इंटर्नशिप या प्रोजेक्ट्स से प्रोफाइल मजबूत करें.

स्टेप 3: एमबीए के लिए आवेदन

टॉप संस्थान: IIM (अहमदाबाद, बेंगलुरु, कोलकाता), XLRI (जमशेदपुर), FMS (दिल्ली), SPJIMR (मुंबई).

अन्य अच्छे संस्थान: NMIMS (मुंबई), SIBM (पुणे), IIFT (दिल्ली), MDI (गुरुग्राम).

पात्रता:
स्नातक डिग्री (50% अंक सामान्य वर्ग के लिए, 45% SC/ST के लिए).

वैध CAT/XAT/CMAT स्कोर.

कुछ संस्थानों में कार्य अनुभव (1-3 वर्ष) को प्राथमिकता दी जाती है.

आवेदन प्रक्रिया:
प्रवेश परीक्षा के स्कोर के आधार पर ऑनलाइन आवेदन करें.

ग्रुप डिस्कशन (GD), लिखित योग्यता परीक्षा (WAT) और पर्सनल इंटरव्यू (PI) के लिए तैयार रहें.

टिप: इंटरव्यू के लिए करेंट अफेयर्स, बिजनेस न्यूज और अपनी प्रोफाइल से संबंधित सवालों की तैयारी करें.

स्टेप 4: इंटीग्रेटेड एमबीए प्रोग्राम (वैकल्पिक)

कुछ संस्थान 12वीं के बाद 5-वर्षीय इंटीग्रेटेड एमबीए प्रोग्राम (जैसे BBA+MBA) ऑफर करते हैं, जो स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री को जोड़ते हैं.

संस्थान:
IIM इंदौर, IIM रुड़की: IPM (Integrated Programme in Management).

NMIMS मुंबई: BBA+MBA.

Symbiosis, Nirma University: समान प्रोग्राम.

पात्रता: 12वीं में न्यूनतम 60% अंक, प्रवेश परीक्षा (जैसे IPMAT for IIM).

लाभ: समय की बचत, एकीकृत पाठ्यक्रम और टॉप संस्थानों में डायरेक्ट एडमिशन.

टिप: IPMAT की तैयारी 12वीं के साथ शुरू कर दें.

स्टेप 5: कार्य अनुभव (वैकल्पिक लेकिन लाभकारी)

IIM और अन्य टॉप संस्थान कार्य अनुभव को प्राथमिकता देते हैं. इससे प्रोफाइल मजबूत होता है और ग्रुप डिस्कशन में मदद मिलती है.

कितना अनुभव?: 1-3 वर्ष का अनुभव (मार्केटिंग, फाइनेंस, IT, स्टार्टअप्स) आदर्श है.

टिप: स्नातक के बाद कॉरपोरेट, स्टार्टअप या एनजीओ में इंटर्नशिप/जॉब करें.

स्टेप 6: फाइनेंशियल प्लानिंग

लागत: टॉप एमबीए प्रोग्राम्स की फीस 10-25 लाख रुपये हो सकती है. इंटीग्रेटेड प्रोग्राम्स की फीस 15-20 लाख रुपये (5 वर्ष).

वित्तीय सहायता के विकल्प

स्कॉलरशिप: मेधावी छात्रों के लिए IIM, XLRI और NMIMS में उपलब्ध.

एजुकेशन लोन: कई बैंक कम ब्याज पर लोन देते हैं.

टिप: फीस और ROI (रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट) की तुलना करें. IIM जैसे संस्थान उच्च प्लेसमेंट (15-30 लाख प्रति वर्ष) प्रदान करते हैं.

काम की बात

स्किल डेवलपमेंट: ग्रेजुएशन के दौरान कम्युनिकेशन, लीडरशिप और एनालिटिकल स्किल्स पर काम करें. डिबेट, क्विज या स्टूडेंट क्लब में हिस्सा लें.

करेंट अफेयर्स: बिजनेस न्यूज और करेंट अफेयर्स (Yojana, PIB) पढ़ें.

नेटवर्किंग: लिंक्डइन पर एमबीए टॉपर्स और मेंटर्स से कनेक्ट हों.

टाइम मैनेजमेंट: 12वीं के बाद से ही टाइम बाउंड प्लान बनाएं. ग्रेजुएशन के तीसरे साल तक कैट परीक्षा की तैयारी पूरी कर लें.

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