खाटूश्याम के भक्तों की अर्जी पहुंचाने वाले श्याम डाकिया: पैदल चलकर पहुंचाते हैं दूर-दराज के भक्तों की मन्नतें, व्हाट्सएप ग्रुप से लेते हैं अर्जियां – Barwani News

खाटूश्याम के भक्तों की अर्जी पहुंचाने वाले श्याम डाकिया:  पैदल चलकर पहुंचाते हैं दूर-दराज के भक्तों की मन्नतें, व्हाट्सएप ग्रुप से लेते हैं अर्जियां – Barwani News


इंदौर के एक अनोखे श्रद्धालु ने खाटूश्याम के भक्तों के लिए एक विशेष पहल की है। श्याम डाकिया के नाम से मशहूर यह भक्त, उन श्रद्धालुओं की अर्जियां खाटूश्याम तक पहुंचाते हैं, जो स्वयं वहां नहीं जा सकते।

.

वर्तमान में खाटू में रह रहे श्याम डाकिया एक व्हील चेयर लेकर चलते हैं। इस व्हील चेयर पर श्याम बाबा का ध्वज, चित्र, मोरपंख और भक्तों की अर्जियां रखी होती हैं। उन्होंने एक व्हाट्सएप ग्रुप ‘श्याम दीवाने’ बनाया है, जिसके माध्यम से भक्त अपनी अर्जियां भेजने की सूचना देते हैं।

उनकी कार्यप्रणाली अनूठी है। जिस क्षेत्र से अधिक अर्जियां मिलती हैं, वहां वे खाटूश्याम से पहुंचकर घर-घर जाते हैं। भक्तों के घरों में श्याम बाबा की पूजा-अर्चना करते हैं, ज्योत जलाते हैं और अर्जियां एकत्र करते हैं। फिर पैदल चलकर इन अर्जियों को खाटूश्याम मंदिर तक ले जाते हैं।

मंगलवार को वे अंजड और बड़वानी के खाटू श्याम मंदिर पहुंचे। वहां मंदिर के पंडित वैभव बड़ोले और सेवादार विजय अग्रवाल ने उनका अंगवस्त्र से स्वागत किया। श्याम डाकिया यह सेवा कई वर्षों से निःशुल्क कर रहे हैं। वे भक्तों द्वारा दी गई स्वैच्छिक भेंट को बाबा का प्रसाद मानकर स्वीकार करते हैं।

एक बार की पदयात्रा में 250 से 300 अर्जी इकट्ठी होती है तथा पदयात्रा करीब 6 से 8 माह में पूरी होती है। आगे उन्होंने बताया कि कई भक्तों की मन्नत उनकी अर्जी खाटूश्याम पहुँचने से पहले ही पूरी हो जाती और सम्बंधित भक्त फ़ोन लगाकर या व्हाट्सएप ग्रुप में मन्नत पूरी होने की सूचना दे देता है।

आगे उन्होंने बताया कि श्यामबाबा पर अटूट विश्वास रखे, मांस व मदिरा का त्याग कर श्याम बाबा व बालाजी को गले से लगाये वो दौड़े-दौड़े चले आएंगे व श्याम बाबा भाव के भूखे है 56 भोग के नही। श्याम डाकिया सोमवार को खरगौन से पैदल चलकर आज बड़वानी पहुँचे व शाम को धार जिले के कोलगांव के लिए रवाना हो गए है तथा मनावर होते हुए खाटूश्याम की ओर प्रस्थान करेंगे।



Source link