बैतूल जिले में खरीफ फसलों की बुआई का समय शुरू हो चुका है, लेकिन किसान बीज संकट से जूझ रहे हैं। मक्का, तुअर और धान जैसी प्रमुख फसलों के बीज अभी तक कृषि विभाग के पास उपलब्ध नहीं हैं। दो दिन पहले जो सोयाबीन का बीज मिला है, उसकी मात्रा और गुणवत्ता को लेक
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किसानों का कहना है कि उन्हें जो सोयाबीन का बीज मिला है, वह 2098 किस्म का है, लेकिन इसकी अंकुरण क्षमता पर संदेह है। किसानों ने स्पष्ट कहा है कि यदि यह बीज खेत में नहीं उगा, तो इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
मंगलवार को जिला किसान कांग्रेस अध्यक्ष रमेश गायकवाड़ किसानों के साथ डीडीए कार्यालय पहुंचे और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में किसानों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया गया।
बीज नहीं मिला तो करेंगे आंदोलन किसान नेता गायकवाड़ ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही उन्नत किस्म का बीज उपलब्ध नहीं कराया गया और किसानों को नुकसान हुआ, तो वे सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
फसल बीमा की राशि भी अटकी किसानों ने फसल बीमा का मुद्दा भी उठाया। उनका कहना है कि बीमा कंपनियों ने समय पर प्रीमियम तो ले लिया, लेकिन अभी तक बीमा राशि नहीं दी गई। कांग्रेस नेताओं ने खरीफ फसलों के लिए तत्काल उन्नत बीज उपलब्ध कराने और बीमा राशि का भुगतान करने की मांग की है।

डीडीए का जवाब वहीं डीडीए ने किसानों को आश्वस्त किया है कि जो बीज उपलब्ध कराया गया है, वह मानकों के अनुसार है। कुल मिलाकर किसान खरीफ सीजन की शुरुआत से पहले ही परेशान हैं। अगर जल्द समस्या का हल नहीं निकला, तो बड़ा आंदोलन हो सकता है।
