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Jeevamrit Making Process: जीवामृतक बनाने के लिए आपको अकौआ, बेशर्म, नीम, धतूरा और सीताफल की पत्तियां चाहिए. इन पत्तियों को छोटा-छोटा काट लें और फिर इन्हें एक मटके में डाल दें.
छतरपुर. अगर आप भी रासायनिक कीटनाशक और दवाएं अपनी सब्जी और फसलों में नहीं डालना चाहते हैं, तो घर बैठे ही एक ऐसा कीटनाशक बना सकते हैं, जिसमें लागत जीरो आती है. नीम, धतूरा जैसे पांच पेड़ों की पत्तियों से मिलकर यह घन जीवामृत तैयार किया जाता है. मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के खोंप गांव की हरी बगिया स्वयं सहायता समूह की सचिव पार्वती रजक लोकल 18 को बताती हैं कि घन जीवामृत बनाने के लिए सबसे पहले आपको पांच पेड़ों को तलाशना होगा. ये पेड़ आपके आसपास ही मौजूद होते हैं. अगर आप शहर में नहीं रहते हैं, तो ये पेड़ आसानी से आपको अपने आसपास मिल जाएंगे.
उन्होंने बताया कि इस मिश्रण को 7 दिनों तक ऐसे ही रखिए. 7 दिनों के बाद आप देखेंगे कि घन जीवामृत बनकर तैयार हो जाता है. इस जीवामृत नाम के कीटनाशक का सब्जियों और फसलों पर छिड़काव कर सकते हैं या फिर जो दवाई डालने वाली टंकी आती है, उसमें भी डालकर स्प्रे कर सकते हैं लेकिन ध्यान दें कि उस टंकी में केमिकल वाली दवा न हो, उसे पहले धो जरूर लें. इसके बाद जीवामृत को छन्नी से छानकर टंकी में डालें. इस जीवामृत में जरूरत अनुसार एक या दो गिलास पानी भी मिला सकते हैं.
ऐसे करें छिड़काव
पार्वती आगे बताती हैं इस जीवामृत का सभी तरह की सब्जियों, फसलों और फलदार पौधों पर छिड़काव कर सकते हैं. जैसे हमें दिखता है कि जड़ों, पत्तों या फलों में कीड़े लगे हैं, तो वहां छिड़काव कर सकते हैं. सब्जियों पर दवाई वाली टंकी से छिड़काव कर सकते हैं.