रोटावेटर या कल्टीवेटर! जानिए किस मशीन से होगी खेतों की बेहतर जुताई, जानें किसान सीताराम

रोटावेटर या कल्टीवेटर! जानिए किस मशीन से होगी खेतों की बेहतर जुताई, जानें किसान सीताराम


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Rotavator vs Cultivator: रोटावेटर मिट्टी को दो अंगुल गहराई तक जोतता है और खेत की सफाई करता है, जबकि कल्टीवेटर सात अंगुल गहराई तक जुताई करता है, चलिए एक्सपर्ट की राय जानते हैं….

हाइलाइट्स

  • रोटावेटर मिट्टी को 2 अंगुल गहराई तक जोतता है.
  • कल्टीवेटर 7 अंगुल गहराई तक जुताई करता है.
  • क्वार के बाद रोटावेटर की जरूरत होती है.

Rotavator or Cultivator. खेतों की जुताई के लिए किसान पहले हल-बैल का सहारा लेते थे, लेकिन आधुनिक समय में कल्टीवेटर जैसी मशीनों से खेतों की जुताई होने लगी है. कल्टीवेटर के बाद किसान अब खेतों की जुताई के लिए रोटावेटर मशीन का भी उपयोग करने लगे हैं.

किसान सीताराम शुक्ला बताते हैं कि मैं पिछले 45 सालों से किसानी कर रहा हूं.‌ हमनें खेतों की जुताई हल और बक्खर दोनों से की है, लेकिन पिछले 25 सालों से कल्टीवेटर से जुताई कर रहे हैं. साथ ही रोटावेटर से भी पिछले 6 सालों से जुताई कर रहे हैं.

रोटावेटर का मुख्य कार्य
किसान बताते हैं कि रोटावेटर का अपना काम है. खेत में जब बड़े-बड़े मिट्टी के डीले होते हैं और बरसात की वज़ह से चारा और खरपतवार हो जाता है तो रोटावेटर का काम होता है. ऐसे खेत में रोटावेटर से जुताई की जाती है, ताकि खेत के बड़े -बड़े डीले पिस जाएं और साथ ही चारा को मीस देता है. खेत का जितना कचड़ा सब साफ कर देता है.

ये काम करता है कल्टीवेटर
किसान बताते हैं कि जुताई के लिए आज ही छतरपुर में ज्यादातर किसान कल्टीवेटर का सहारा लेते हैं. अभी जून के महीने में कल्टीवेटर से ही खेतों की जुताई करते हैं. बारिश होने पर खेतों में बंधे मिट्टी के डीले गीले हो जाते हैं. इसके बाद इन खेतों में रोटावेटर की जरूरत नहीं पड़ती है. कल्टीवेटर से ही काम हो जाता है. जून माह में खेतों की जुताई कल्टीवेटर से ही होती है.

कल्टीवेटर जाता है इतनी गहराई तक
किसान बताते हैं कि कल्टीवेटर में बड़े साइज की 7 कुसिया लगा दी जाएं तो खेत में 7 आंगुर (उंगली) गहराई में जुताई करता है. जबकि रोटावेटर इतनी गहराई में नहीं पहुंच पाता है. रोटावेटर सिर्फ जमीन की 2 आंगुर गहराई तक ही पहुंच पाता है.

इस समय होती है रोटावेटर की जरूरत
किसान बताते हैं कि क्वार यानी अक्टूबर माह के पहले तक कल्टीवेटर से ही खेतों में जुताई करते हैं. क्वार के बाद रोटावेटर की जरूरत पड़ती है. क्योंकि उस समय खेतों में मिट्टी के डीले, चारा और खरपतवार हो जाता है, तो फिर रोटावेटर की जरूरत होती है. रोटावेटर खेत को साफ और समतल कर देगा. वहीं कल्टीवेटर खेत में गहरी जुताई करने काम आता है.‌

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked … और पढ़ें

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