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Bhopal 90 Degree bridge Reconstruction: भोपाल के ऐशबाग में बना 90 डिग्री ब्रिज अब विवादों में घिर गया है. रेलवे की चेतावनी के बावजूद PWD ने निर्माण नहीं रोका. अब 18 करोड़ की लागत से बने ब्रिज को फिर से किया जा …और पढ़ें
भोपाल का 90 डिग्री ब्रिज
हाइलाइट्स
- भोपाल के 90 डिग्री ब्रिज को फिर से डिज़ाइन किया जाएगा.
- रेलवे की चेतावनी के बावजूद PWD ने ब्रिज का निर्माण जारी रखा.
- 18 करोड़ की लागत से बने ब्रिज को चौड़ा करने की अनुमति मिली.
रमाकांत दुबे, शिवकांत आचार्य: राजधानी भोपाल के ऐशबाग में बना 90 डिग्री मोड़ वाला ब्रिज अब इंजीनियरिंग गलती और विभागीय असहमति का प्रतीक बन गया है. रेलवे की स्पष्ट आपत्ति और लिखित पत्र के बावजूद PWD (लोक निर्माण विभाग) ने 18 करोड़ रुपये की लागत से ब्रिज तैयार करा दिया. अब जब रेलवे की आशंकाएं सच साबित हो रही हैं, तो प्रशासन बैकफुट पर आ गया है.
रेलवे के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने 9 अप्रैल 2024 को PWD को पत्र लिखकर बताया था कि बरखेड़ी एप्रोच से ब्रिज का कनेक्शन सही नहीं है. उन्होंने यह भी चेताया था कि इससे “वाहन चालकों और आम जनता में आलोचना होगी और इंजीनियरों की छवि को भी नुकसान पहुंचेगा.”
18 करोड़ खर्च, अब फिर से बदलाव!
PWD ने न तो पत्र को गंभीरता से लिया और न ही कार्य रोका. अब जब ब्रिज के टी-शेप मोड़ को लेकर दुर्घटना की आशंका जताई जा रही है, तो विभाग रेलवे से 2 से 3 फीट जमीन मांग रहा है ताकि 90 डिग्री वाले हिस्से को चौड़ा किया जा सके.
विवाद बढ़ने और आलोचना तेज़ होने के बाद रेलवे ने 3 फीट चौड़ाई बढ़ाने की अनुमति दी है. इससे ओवरब्रिज को री-डिजाइन कर आवाजाही को सहज बनाया जाएगा. अब ब्रिज का एक हिस्सा तोड़े जाने और फुटपाथ को हटाए जाने की भी तैयारी चल रही है.
मेट्रो-रेलवे के बीच फंसा ब्रिज डिज़ाइन
इस ब्रिज का एक सिरा मेट्रो प्रोजेक्ट से सटा है, तो दूसरा रेलवे की जमीन पर. ऐसे में स्पेस की कमी ने इसे डिज़ाइन चुनौती बना दिया है, जिसका असर जनता की सुरक्षा और सुविधा दोनों पर पड़ा है.