कलेक्टर की फर्जी आईडी बनाकर ठगी करने की कोशिश। जांच करेगी पुलिस।
साइबर ठगों ने कलेक्टर अदिति गर्ग की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर ठगी का प्रयास किया है। एक वकील को सीआरपीएफ जवान का नाम लेकर सामान बेचने के नाम पर बात की। वकील ने जब कलेक्टर को फोन लगाया तो सच्चाई पता लगी। इसके बाद कलेक्टर ने एसपी से इस मामले पर कार्रवाई
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बुधवार शाम एडवोकेट पुखराज दशोरा को कलेक्टर का फोटो लगी फर्जी आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गई। रिक्वेस्ट स्वीकार करने के बाद उन्हें मैसेज किया और कहा गया कि उनके मित्र सीआरपीएफ अधिकारी का ट्रांसफर होने के कारण फर्नीचर और घरेलू सामान बेचना है। सामान बहुत अच्छा और सस्ता है, अगर आपको पसंद आ जाए तो आप खरीद लीजिए।
कलेक्टर ने यह नंबर वकील को भेजा।
वकील ने कलेक्टर की फर्जी आईडी पर अपना नंबर भेजा। जिसके बाद अधिकारी की फोटो लगे नंबर से वॉट्सऐप कॉल आया। अभिभाषक को संदेह हुआ तो उन्होंने फौरन कलेक्टर अदिति गर्ग को फोन किया और कलेक्टर की आईडी से मैसेज और अधिकारी के कॉल से सम्बंधित जानकारी उनके साथ साझा की।
वकील पुखराज दशोरा में दैनिक भास्कर को बताया कि कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी अभिषेक आनंद को इस मामले से अवगत करवाया और कार्रवाई का आश्वासन दिया है। ताज़ा जानकारी के मुताबिक फर्जी आईडी को बंद कर दिया गया है, साथ ही अभिभाषक ने जनता को इस तरह की ठगी से लोगों को सावधान रहने का आग्रह किया है।

कलेक्टर आरती गर्ग की फर्जी आईडी से वकील को एसएमएस किया गया।

अपने परिचित के ट्रांसफर की बात कहते हुए घरेलू सामान देने की बात कही।

वकील ने इस पूरे मामले में कलेक्टर से पुष्टि कर इसकी शिकायत की।