भारत में यूनिसेफ (UNICEF) की प्रतिनिधि सिंथिया मैककेफ्री भोपाल के दौरे पर हैं। गुरुवार सुबह 11:30 बजे उन्होंने हमीदिया अस्पताल का दौरा किया, जहां उन्होंने गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के इलाज से जुड़ी व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया। वे नियोनैट
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मैककेफ्री ने शिशु रोग विभाग की प्रोफेसर डॉ. मंजूषा गोयल से इस प्रक्रिया के बारे में पूछा। डॉ. गोयल ने उन्हें कंगारू मदर केयर (केएमसी) तकनीक के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने जानकारी दी कि केएमसी कम वजन वाले या समय से पहले जन्मे बच्चों की देखभाल का एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है। इसमें बच्चे को मां की छाती से सटाकर रखा जाता है, जिससे बच्चे को गर्माहट मिलती है और मां का दूध भी आसानी से उपलब्ध होता है। यह बच्चों की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है और इसके सफल परिणाम भी सामने आ रहे हैं।
इस तकनीक से प्रभावित होकर, सिंथिया मैककेफ्री ने इसे ‘एक अच्छा नवाचार’ बताया और कहा कि यूनिसेफ इसे अपने प्रोजेक्ट में जोड़ेगा, ताकि यह तकनीक दुनिया भर तक पहुंचाई जा सके। इस मौके पर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुनीत टंडन समेत शिशु रोग विभाग और स्त्री रोग विभाग के अन्य डॉक्टर व स्टाफ मौजूद रहे।
UNICEF प्रतिनिधि सिंथिया मैककेफ्री ने गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के इलाज से जुड़ी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सीधे तौर पर मरीजों के इलाज पर फीडबैक भी लिया।
स्तनपान और टीकाकरण पर जोर मैककेफ्री ने नवजात शिशुओं की हेल्थ के लिए स्तनपान के महत्व पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि स्तनपान से शिशुओं की इम्यूनिटी बढ़ती है, नवजात जितना ज्यादा स्तनपान करेंगे उनके लिए उतना ही अच्छा होगा। उन्होंने स्तनपान को नवजात बच्चों के अच्छी सेहत के लिए सबसे बड़ा टीका बताया। साथ ही, उन्होंने नवजात को अलग-अलग बीमारियों से बचाने के लिए समय-समय पर टीका लगवाने और रोगों से बचाने के लिए साफ-सफाई का अतिरिक्त ध्यान रखने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
प्रदेश के सामने मृत्यु दर में सुधार की चुनौती नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश में अगले पांच साल (2030 तक) के लिए कुछ महत्वपूर्ण लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। इनमें मातृ मृत्यु दर को आधा करना शामिल है, जो वर्तमान में प्रति एक लाख गर्भवती महिलाओं पर 173 है, जिसे घटाकर 70 से नीचे लाना जरूरी है।
इसी तरह, 0 से 5 साल तक की आयु के बच्चों में प्रति एक हजार पर होने वाली 51 मौतों की दर को 25 से नीचे लाने का लक्ष्य है, जबकि आदर्श रूप से यह दर 12 से नीचे होनी चाहिए। बता दें कि मातृ-शिशु मृत्यु दर के मामले में मध्य प्रदेश का प्रदर्शन देश के सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों में से एक रहा है, जो इस दौरे और हमीदिया के नवाचारों के महत्व को और बढ़ा देता है।
यूनिसेफ के भारत में प्रयासों का नेतृत्व सिंथिया मैककेफ्री ने अक्टूबर 2022 में भारत में यूनिसेफ प्रतिनिधि के रूप में पदभार संभाला था। उनके नेतृत्व में, यूनिसेफ भारत में बच्चों के अधिकारों और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। संगठन भारत सरकार और विभिन्न पार्टनर्स के साथ मिलकर बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करने के लिए नवाचार अपना रहा है। देशभर में यूनिसेफ के 16 ऑफिस हैं।