मऊगंज के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा कांड में पुलिस ने 88 दिन बाद कोर्ट में चालान पेश कर दिया है। यह मामला 15 मार्च को शनि द्विवेदी की हत्या और पुलिस पर हमले से जुड़ा है।
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घटना में गड़रा गांव के आदिवासियों ने शनि द्विवेदी को बंधक बनाकर पीटा। इससे उनकी मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर भी हमला किया गया। इस हमले में एएसआई रामचरण गौतम शहीद हो गए। एक तहसीलदार समेत एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए।
पुलिस ने दो अलग-अलग केस दर्ज किए। पहला शनि द्विवेदी की हत्या का और दूसरा पुलिस पर हमले का। दोनों मामलों में कुल 49 आरोपी नामजद हुए। इनमें से 39 की गिरफ्तारी हो चुकी है।
गिरफ्तार आरोपियों में 4 नाबालिग हैं। उन्हें बाल सुधार गृह से जमानत मिल गई है। 35 आरोपी जेल में हैं। 10 आरोपी अभी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस सर्च अभियान चला रही है।
एएसपी विक्रम सिंह ने शाम 5 बजे प्रेस वार्ता में चालान पेश करने की पुष्टि की। पुलिस अब फरार आरोपियों की गिरफ्तारी पर ध्यान केंद्रित कर रही है। गांव में धारा 144 अभी भी लागू है।

