भोपाल. भोपाल में कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के दौरान फिर से विवाद और हाथापाई की घटनाएं सामने आई हैं. शनिवार को नरेला विधानसभा क्षेत्र में आयोजित कांग्रेस की बैठक के दौरान नेताओं के समर्थकों के बीच जमकर झड़प हुई. पार्टी के अंदरूनी मतभेद और गुटबाजी अब खुलकर सामने आ रही है. यह घटनाक्रम संगठनात्मक मजबूती के उद्देश्य से चलाए जा रहे अभियान की गंभीरता पर भी सवाल खड़े कर रहा है.
जहां एक ओर कांग्रेस संगठन को मजबूत करने के लिए अभियान चला रही है, वहीं दूसरी ओर आपसी टकराव उसकी छवि को नुकसान पहुंचा रहा है. खासकर ऐसे समय में जब प्रदेश में गौ सम्मेलन जैसी धार्मिक-सामाजिक गतिविधियाँ जोरों पर हैं और सभी राजनीतिक दल अपने-अपने एजेंडे को साधने की कोशिशों में लगे हैं.
उन्होंने कहा कि देश में हजारों गोशालाएं हैं, जिनमें सीमित संसाधनों के कारण गायों की देखरेख नहीं हो पा रही है. सरकार को गोशालाओं के लिए मिलने वाली राशि में बढ़ोतरी करनी चाहिए ताकि वहां रहने वाली गायों को बेहतर भोजन, स्वास्थ्य सुविधा और देखभाल मिल सके. इसके साथ ही उन्होंने सड़कों और खासकर हाईवे पर घूम रही आवारा गायों को हटाने की बात भी जोरदार ढंग से रखी. शर्मा का कहना था कि सड़कों पर गायों का यूं घूमना उनके लिए भी खतरनाक है और वाहन चालकों के लिए भी. इससे दुर्घटनाएं बढ़ती हैं.
हालांकि, पार्टी के भीतर हो रही झड़पें और सार्वजनिक रूप से सामने आ रही अनुशासनहीनता कांग्रेस के लिए एक गंभीर संकट भी बन सकती हैं, खासकर तब जब पार्टी प्रदेश में अपनी सियासी जमीन दोबारा मजबूत करने की कोशिश में लगी हुई है.
रिपोर्ट- वासु चौरे