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गर्मी की लंबी छुट्टियों के बाद सोमवार से स्कूलें फिर खुल गईं। कई दिनों बाद स्कूलों में घंटी बजी। बच्चों की चहल-पहल लौटी। लेकिन सरकारी स्कूलों में फिर वही पुरानी स्थिति दिखी। स्कूलें समय पर खुलीं, लेकिन विद्यार्थी कम पहुंचे। कई स्कूलों में तो गिनती के ही बच्चे आए। शिक्षकों का कहना है कि उन्होंने पहले ही सभी पालकों व विद्यार्थियों को स्कूल खुलने की सूचना दे दी थी।
इसी बीच बामंदा की शासकीय प्राथमिक स्कूल में पहले ही दिन से 60 प्रतिशत से ज्यादा बच्चे पहुंचे। यहां कुल 71 में से करीब 42 विद्यार्थी स्कूल आए। बाकी बच्चों को बुलाने के लिए शिक्षकों ने बुधवार को प्रवेशोत्सव मनाया। इस दिन बच्चों के लिए कई गतिविधियां रखी गईं। विशेष भोजन परोसा गया। जो बच्चे स्कूल नहीं आ रहे, उनके घर शिक्षक खुद पहुंचे। पालकों से मिलकर बच्चों को रोज स्कूल भेजने का आग्रह किया।
1 जुलाई से शुरू होगी स्मार्ट क्लास
घर-घर जाकर बता रहे विशेषताएं ^ हर साल की तरह इस बार भी नव प्रवेश के लिए शिक्षक मेहनत कर रहे हैं। घर-घर जाकर सरकारी स्कूल की विशेषताएं बता रहे हैं। गांव में पैम्फ्लैट बांटकर सुविधाओं की जानकारी दे रहे हैं। इसका असर भी दिख रहा है। – सीमा वर्मा, प्रधान पाठिका