बिच्छू या सांप…किसका जहर खतरनाक, क्या बिच्छू के डंक से हो सकती है मौत?

बिच्छू या सांप…किसका जहर खतरनाक, क्या बिच्छू के डंक से हो सकती है मौत?


खंडवा. जब भी हम सांप या बिच्छू जैसे जीवों का नाम सुनते हैं, तो हमारे मन में डर बैठ जाता है. ये दोनों जीव जहरीले होते हैं और इनके काटने या डंक मारने पर इंसान की जान को खतरा हो सकता है लेकिन अक्सर लोगों के मन में सवाल आता है कि आखिर बिच्छू और सांप में से ज्यादा खतरनाक जहर किसका होता है. आज हम इस सवाल का जवाब पूरी सच्चाई के साथ जानेंगे और समझेंगे कि इन दोनों में कौन ज्यादा खतरनाक है. दरअसल सांप और बिच्छू दोनों ही जहरीले जीवों की श्रेणी में आते हैं लेकिन दोनों के जहर का असर, मात्रा और तरीका अलग होता है.

सांप के जहर में न्यूरोटॉक्सिन या हेमोटॉक्सिन होते हैं. ये जहर नसों और खून पर असर डालते हैं और बहुत तेजी से शरीर के अंदर फैलते हैं. सांप के डंसने पर वह अपने जहर की बड़ी मात्रा छोड़ता है, जिससे इंसान की जान को तुरंत खतरा हो सकता है, खासकर अगर समय पर इलाज न मिले. वहीं बिच्छू के डंक में भी न्यूरोटॉक्सिन पाया जाता है. यह जहर नसों पर असर डालकर शरीर के अंगों को पैरालाइज कर सकता है लेकिन बिच्छू अपने डंक से बहुत कम मात्रा में जहर छोड़ता है. यही वजह है कि बिच्छू का जहर सांप की तुलना में कम खतरनाक माना जाता है, हालांकि कुछ प्रजातियों का डंक जानलेवा भी हो सकता है.

जहर की मात्रा और असर
बिच्छू का जहर सांप के जहर की तुलना में रासायनिक रूप से ज्यादा जहरीला हो सकता है लेकिन बिच्छू डंक मारते समय इतनी कम मात्रा में जहर छोड़ता है कि वह आमतौर पर जानलेवा साबित नहीं होता. दूसरी ओर सांप डंसते समय बड़ी मात्रा में जहर छोड़ता है, जिससे शरीर पर तेज असर होता है और अगर समय पर इलाज न मिले, तो मौत भी हो सकती है. एक्सपर्ट डॉक्टर योगेश शर्मा ने लोकल 18 से कहा बिच्छू का जहर इतना ताकतवर होता है कि वह अपने शिकार को कुछ ही देर में पैरालाइज कर देता है. यही वजह है कि जंगलों में या रेतीले इलाकों में पाए जाने वाले बड़े बिच्छू इंसानों के लिए भी खतरा पैदा कर सकते हैं. दुनियाभर में बिच्छुओं की करीब 2500 प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से करीब 30 प्रजातियां ऐसी हैं, जिनका जहर इंसानों के लिए खतरनाक होता है. इनके डंक से तेज दर्द, जलन, बुखार और नसों पर असर हो सकता है.

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भारत में सांपों की करीब 300 प्रजातियां
उन्होंने कहा कि सांपों की बात करें, तो दुनिया में सांपों की 3000 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं. इनमें से भारत में करीब 300 प्रजातियां मौजूद हैं और इनमें से 7-8 प्रजातियां बेहद जहरीली मानी जाती हैं, जैसे- कोबरा, करैत, रसेल वाइपर, सॉ स्केल्ड वाइपर. इनका जहर नसों को सुन्न कर सकता है, खून को जमा सकता है और शरीर के अंगों को काम करना बंद करवा सकता है. यही कारण है कि सांप का जहर बिच्छू के मुकाबले ज्यादा जानलेवा होता है क्योंकि यह शरीर में तेजी से फैलता है और बिना इलाज मौत का कारण बनता है.

कौन ज्यादा खतरनाक?
डॉक्टर योगेश शर्मा आगे बताते हैं कि अगर केवल जहर की ताकत देखी जाए, तो बिच्छू का जहर रासायनिक रूप से सांप के जहर से ज्यादा जहरीला हो सकता है लेकिन अगर बात इंसान के शरीर पर असर की हो, तो सांप का काटना कहीं ज्यादा खतरनाक है. इसका कारण है, सांप द्वारा छोड़े जाने वाले जहर की मात्रा. सांप में जहर की मात्रा ज्यादा होती है, जो शरीर पर तेजी से असर डालती है और बिना इलाज मौत तक हो सकती है. वहीं बिच्छू का डंक आमतौर पर जानलेवा नहीं होता, सिवाय कुछ खतरनाक प्रजातियों के.

सावधानी ही सुरक्षा
चाहे बिच्छू हो या सांप, दोनों से बचाव ही सबसे बेहतर उपाय है. जहां ये पाए जाते हैं, वहां सावधानी से चलें, घर के कोनों की नियमित सफाई करें और रात को सोने से पहले बिस्तर की जांच जरूर करें. अगर कभी इनके शिकार हो जाएं, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और इलाज कराएं. किसी भी तरह के देसी इलाज पर भरोसा न करें.



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