मिथिलेश गुप्ता: कभी शादी का जोड़ा पहनने वाली सोनम के मन में एक और ही रंग का सपना पल रहा था …कफ़न का रंग. और उस सपने को साकार करने के लिए उसके साथ खड़ा था राज कुशवाहा, जो राजा रघुवंशी के सबसे बड़े दुश्मन बनकर सामने आया.
कफ़न के साथ शुरू हुई कहानी
जब राजा की लाश घर लौट रही थी, उसके पहले ही कफ़न और फूल पहुंचा दिए गए थे. कोई और नहीं, बल्कि वही राज कुशवाहा सोनम का कथित प्रेमी जो पूरी हत्या की साजिश में साथ था, उसने अपने दोस्तों से फूल और माला मंगवाकर राजा की अर्थी को सजवाने का आदेश दिया था.
जब चिता को आग दी गई, तब मिली तसल्ली
शव घर पहुंचा, रोने की आवाज़ गूंजी. सोनम के पिता फूट-फूटकर रोने लगे, तो राज, जो इस दर्द का असली जिम्मेदार था, उन्हें तसल्ली दे रहा था. ये वो सीन था, जो किसी क्राइम थ्रिलर में ही देखने को मिलता है लेकिन यह हकीकत थी.
पूरी स्क्रिप्ट पहले से लिखी जा चुकी थी
पूरे हत्याकांड की स्क्रिप्ट पहले ही तैयार की गई थी. सोनम और राज ने मिलकर न केवल राजा को मेघालय बुलवाया, बल्कि वहां उसकी हत्या के लिए राज कुशवाहा के दोस्त विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को शामिल किया गया. सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है और अब मामला हाई-प्रोफाइल क्राइम में बदल चुका है.
पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई
मेघालय पुलिस की एसआईटी इस पूरे मामले की जांच कर रही है. सोनम और राज पुलिस रिमांड में हैं, जबकि अन्य आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं. लेकिन इस कहानी में जो सबसे डरावनी बात है, वो यह कि एक मां की गोद से निकले बेटे के लिए पहले कफ़न पहुंचा, फिर चिता जली और फिर मिली साजिशकर्ताओं को शांति.