रोने की चीख से लेकर चिता जलने तक, सबकुछ सुन रही थी…पल पल का अपडेट ले रही थी बेरहम सोनम

रोने की चीख से लेकर चिता जलने तक, सबकुछ सुन रही थी…पल पल का अपडेट ले रही थी बेरहम सोनम


मिथिलेश गुप्ता: कभी शादी का जोड़ा पहनने वाली सोनम के मन में एक और ही रंग का सपना पल रहा था …कफ़न का रंग. और उस सपने को साकार करने के लिए उसके साथ खड़ा था राज कुशवाहा, जो राजा रघुवंशी के सबसे बड़े दुश्मन बनकर सामने आया.

राजा रघुवंशी की शादी 11 मई को सोनम से हुई थी. 20 मई को दोनों हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए. लेकिन 23 मई को राजा ग़ायब हो गया और 2 जून को उसका शव एक गहरी खाई से बरामद हुआ. पोस्टमॉर्टम ने साफ किया यह हादसा नहीं, पूर्व नियोजित हत्या थी.

कफ़न के साथ शुरू हुई कहानी
जब राजा की लाश घर लौट रही थी, उसके पहले ही कफ़न और फूल पहुंचा दिए गए थे. कोई और नहीं, बल्कि वही राज कुशवाहा सोनम का कथित प्रेमी जो पूरी हत्या की साजिश में साथ था, उसने अपने दोस्तों से फूल और माला मंगवाकर राजा की अर्थी को सजवाने का आदेश दिया था.

जिस वक्त शिलॉन्ग से राजा का शव रवाना हुआ, उसी समय राज ने फोन उठाया और सोनम से संपर्क किया. वह इंदौर में छिपी हुई थी, लेकिन हर पल के अपडेट का उसे इंतजार था. फोन पर पल-पल की खबर दी जा रही थी. कब शव निकला, कितनी दूरी तय हुई, कब इंदौर पहुंचेगा, कैसे अंतिम संस्कार होगा.

जब चिता को आग दी गई, तब मिली तसल्ली
शव घर पहुंचा, रोने की आवाज़ गूंजी. सोनम के पिता फूट-फूटकर रोने लगे, तो राज, जो इस दर्द का असली जिम्मेदार था, उन्हें तसल्ली दे रहा था. ये वो सीन था, जो किसी क्राइम थ्रिलर में ही देखने को मिलता है लेकिन यह हकीकत थी.

सोनम और राज को तसल्ली तब मिली, जब राजा की चिता को अग्नि के हवाले कर दिया गया. उन्हें अब भरोसा था कि उनका गुनाह मिट चुका है लाश जल गई, सबूत खत्म हो गया.

पूरी स्क्रिप्ट पहले से लिखी जा चुकी थी
पूरे हत्याकांड की स्क्रिप्ट पहले ही तैयार की गई थी. सोनम और राज ने मिलकर न केवल राजा को मेघालय बुलवाया, बल्कि वहां उसकी हत्या के लिए राज कुशवाहा के दोस्त विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को शामिल किया गया. सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है और अब मामला हाई-प्रोफाइल क्राइम में बदल चुका है.

राजा की मां, उमा रघुवंशी, आज भी सिर्फ एक ही सवाल पूछती हैं – “मेरे बेटे की गलती क्या थी?” वह आज भी चाहती हैं कि सोनम से आंखों में आंखें डालकर पूछें – “तूने उसे क्यों मारा?”

पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई
मेघालय पुलिस की एसआईटी इस पूरे मामले की जांच कर रही है. सोनम और राज पुलिस रिमांड में हैं, जबकि अन्य आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं. लेकिन इस कहानी में जो सबसे डरावनी बात है, वो यह कि एक मां की गोद से निकले बेटे के लिए पहले कफ़न पहुंचा, फिर चिता जली और फिर मिली साजिशकर्ताओं को शांति.



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